चुनाव निपटने के बाद भी नहीं हुआ काम शुरू, मुख्यमंत्री यादव से मिलकर ग्रामीण पुल का काम शुरू करने की मांग करेंगे
उज्जैन, अग्निपथ। पिछले कई समय से मोहनपुरा ब्रिज का काम रुका पड़ा है। चुनाव के दौरान वोट मांगने पहुंचे नेताओं से भी यहां के लोगों ने मांग की थी कि पुल का काम शुरू करवाकर जल्द पूरा करवाएं। नेताओं ने भी यहां के लोगों को आश्वासन दिया था कि चुनाव के बाद पुल का काम शुरू करवा कर जल्द पूरा करवाया जाएगा। लेकिन चुनाव निपटने के बाद भी पुल का कार्य शुरू नहीं हो पाया है। जिसको लेकर लोगों में खासी निराशा है। वहीं पुल नहीं बनने के कारण सबसे ज्यादा ग्रामीणों को परेशानी से जूझना पड़ रहा है।
मोहनपुरा रेलवे फाटक पर हमेशा वाहनों का आवागमन बाधित होता है, जब भी कोई ट्रेन गुजरती है तो रेलवे फाटक बंद हो जाता है और दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग जाती है और कई देर तक जाम की स्थिति बनी रहती है। ऐसी स्थिति में लोग जाम में फंसे रहते हैं। सबसे ज्यादा आसपास के ग्रामीणों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
कुछ किसानों का कहना है खेत पर जब भी कटाई व अन्य कार्य किया जाता है तो वह समय पर पूरा नहीं हो पाता है। जब भी वह खेत पर ट्रैक्टर लेकर जाते हैं तो काफी समय तक यहां का रेलवे फाटक बंद रहता है और ऐसी स्थिति में देर तक ट्रेन निकलने का इंतजार करना पड़ता है।
इसी तरह कुछ ग्रामीणों का कहना था कि कोई एक्सीडेंट हो जाए या अन्य कोई भी गंभीर मरीज को इस मार्ग से नहीं ले जा पाते हैं और उसे तुरंत इलाज नहीं मिल पाता है। कई बार तो यहां रेलवे फाटक पर गंभीर मरीज को अस्पताल पहुंचाने वाली एंबुलेंस भी फंसी रहती है। यह स्थिति पिछले कई समय से बनी हुई है। जबकि पुल आधे से ज्यादा बनकर तैयार हो गया है और पुल का कुछ काम शेष ही बचा है जो अभी तक पूरा नहीं हो पाया है।
पुल बनाने के संसाधन, कर्मचारी नदारद
यहां पर पुल बनाने के संसाधन भी पड़े हुए हैं, वहीं एक चौकीदार भी यहां नियुक्त हैं। लेकिन पुल बनाने वाली कंपनी के मजदूर व कर्मचारी पिछले 2 साल से नदारद हैं। बताया जाता है कि पिछले दो वर्ष से पुल का काम रुका हुआ है। जो अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। इधर पुल का काम शुरू करवाने की मांग को लेकर कई प्रयास किये गये। लेकिन उनके सभी प्रयास अभी तक विफल रहे। अब ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री मोहन यादव से मिलेगा और इस समस्या को दूर करने की मांग करेगा।