कमल कॉलोनी का नाला उफान पर आने के कारण कंट्रोल रूम में केवल 1 शिकायत दर्ज
उज्जैन, अग्निपथ। मानसून के पहले नगर निगम द्वारा बड़े-बड़े दावे किए जा रहे थे कि इस बार किसी भी कॉलोनी में जलजमाव की स्थिति निर्मित नहीं होगी और शहर के मुख्य सडक़ों पर भी कहीं पानी नजर नहीं आएगा। निगम ने सभी नालों की सफाई कराने की बात भी कही थी, लेकिन निगम के इन दावों की पोल शहर में मात्र आधा घंटे झमाझम बारिश के कारण ही खुल गई।
बारिश में पूरा शहर का निचला इलाका जलमग्न हो गया है। हर सडक़ पर पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। सडक़ों पर पानी की निकासी के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी जिसके कारण शहरवासी मुख्य सडक़ पर आधे से एक फिट पानी के बीच से निकलते रहे। इस दौरान जिनकी गाड़ी बंद हो गई। वे नगर निगम और प्रशासन को कोसते हुए भी दिखाई दिए। निचली बस्तियों में भी जलजमाव की स्थिति पैदा हो गई थी। कमल कॉलोनी का नाला उफान पर आने के कारण कालोनी में पानी भर गया था। लोगों ने निगम कंट्रोल रूम पर शिकायत की है।
स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम पर लगातार शिकायतों को संबंधित अफसरों तक पहुंचाया जा रहा था। दो दिनों में 328 शिकायतें एकत्र हो गई हैं। इनका निराकरण नहीं होने की वजह से इन्हें लेवल टू के अधिकारियों को अवगत कराया गया। क्योंकि यह शिकायतें अफसरों द्वारा निराकरण का फोटो खींचकर भेजने और कमेंट लिखने के बाद बंद की जाती है।
निचली सडक़ों पर भराया पानी
इधर शहर की निचली सडक़ों पर जलजमाव की स्थिति होने के कारण वाहन चालकों को अपने वाहन निकालने में परेशानी आई। एटलस चौराहा, निकास चौराहा, कंठाल से लेकर बियाबनी चौराहा तक जगह जगह नाली का पानी उफान मार रहा था। निचली दुकानों पर यहां पर पानी भरने से भी बचा है।
दो दिन और अलर्ट जारी
जीवाजीराव वेधशाला अधीक्षक गुप्त के अनुसार 28 और 29 जून को भी आंधी गरज चमक के सााि बारिश की संभावना मौसम विभाग जता रहा है। हालांकि वेधशाला में शाम 6 बजे तक का ही तापमान नोट किया जाता है। इस लिहाज से दिन का तापमान आधा डिग्री कम होकर 35.5 डिग्री पर पहुंच गया था।