मामला विश्वकर्मा नगर पंवासा की 1.024 हेक्टेयर शासकीय जमीन का, प्लाट दो लोगों को बेचा
उज्जैन, अग्निपथ। सरकारी जमीन पर हो रहे अतिक्रमण के चलते शहर का विकास बाधित हो गया है। अतिक्रमणकारियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे बेरोकटोक खाली शासकीय जमीन पर भी कब्जा कर रहे हैं। दिन-ब-दिन बढ़ रहे अतिक्रमण के चलते लोगों का चलना भी दूभर होता जा रहा है। लोगों को मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित होना पड़ रहा है। बकायदा इसकी खरीद फरोख्त चल रही है।
शासकीय जमीन पर भूमाफिया प्लाट काटकर बेच रहे हैं, ऐसा ही एक मामला विश्वकर्मा नगर पंवासा में सामने आया है। मामला जनसुनवाई में पहुंचा तब जाकर मामला पकड़ में आया। प्रतिनिधियों के शिकायत के बावजूद अधिकारियों द्वारा अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं किए जाने से उनके हौसले बुलंद हो गए हैं। प्रशासन के उदासीन रवैए के चलते हर शहर में अतिक्रमण कर सरकारी जमीन को हड़पने का कार्य चल रहा है। जिसमें कई जनप्रतिनिधि खुद इस कार्य में लिप्त हैं।
ऐसा ही एक मामला 25 जून 2024 में आयोजित जनसुनवाई में सरकारी जमीन पर प्लाट बेचने का आया। मामले की गंभीरता को देखते हुए तहसीदार ने जब इस जमीन का रिकार्ड निकलवाया और आवेदक एवं अनावेदक दोनों से सम्पर्क किया गया। तहसीदार को आवेदक शिवनारायण पिता लालुजी द्वारा बताया कि मेरे द्वारा पंवासा की भूमि सर्वे नं. 104 की भूमि से भूखण्ड क्रमांक 95 वर्ष 2004 से कग किया था तब से मेरे आधिपत्य में है।
अनुबंध पत्र की छायाप्रति प्रस्तुत की जिसमें अनुबंधक तेजसिंग पिता चन्दरसिंह द्वारा आवेदक को 15 बाद 30 वर्गफिट कर प्लाट 8000 रुपये में विक्रय कर सौदेपेठे 1000 रुपये प्राप्त कर शेष राशि 7000 रुपये एक वर्ष में प्राप्त कर विक्रय पत्र निष्पादित करने का लेख किया गया है।
भूमाफिया ने एक प्लाट दो लोगों को बेचा
तहसीदार द्वारा अनावेदक से मोबाईल नम्बर 9026786492 पर सम्पर्क करने पर अनावेदक द्वारा बताया गया कि उक्त भूखण्ड मेरे द्वारा तेजसिंग दरबार से वर्ष 2021 में क्रय किया है जिसकी लिखा पढी मेरे पास है। भूमि विक्रेता तेजसिंग दरबार से मो.नं. 9009594865 पर सम्पर्क करने पर तेजसिंग द्वारा बाया गया कि 2004 में वक्त भूखण्ड शिवनारायण द्वारा 8000 रुपये में क्रय किया था और मात्र 1000 रुपये जमा करवाये थे, बाकी पैसे जमा नहीं करवाये पर उक्त भूखण्ड सत्यनारायण को विक्रय किया गया है।
कलेक्टर को भेजे गये पत्र में तहसीदार ने बताया कि उक्त भूखण्ड के विक्रय के संबंध में आवेदक द्वारा विक्रय अनुबंध की छायाप्रति एवं कब्जा रसीद प्रस्तुत की है। अनावेदक द्वारा अनुबंधपत्र दिनांक 12.01.2021 की छायाप्रति प्रस्तुत की है। भूमि विक्रेता द्वारा कोई दस्तावेज प्रस्तुत नही किये गये।
राजस्व रिकार्ड में जमीन शासकीय
तहसीदार द्वारा पटवारी से सर्वे नं. 104 के संबंध में जानकारी ली गई। पटवारी द्वारा बताया कि राजस्व रेकार्ड में सर्वे . 104 रकबा 1.024 हेक्टेयर नगरीय भूमि शासकीय दर्ज है। उक्त जनसुनवाई के संबंध में आवेदक द्वारा प्लाट के कोई भी पंजीकृत दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किये गये है। ना ही अनावेदक द्वारा कोई भी पंजीकृत दस्तावेज प्रस्तुत किये गये। पटवारी द्वारा दी गई जानकारी अनुसार उक्त भूमि शासकीय होने से विक्रेता द्वारा अवैध रूप से भूमि का क्रय विक्रय किया जा रहा है।