शहर में बढ़ी भिखारियों की संख्या, बच्चे, बड़े, बूढ़े भिखारी नानाखेड़ा, फ्रीगंज, चामुंडा चौराहा, महाकाल, रामघाट, हरसिद्धि, रेलवे स्टेशन पर सक्रिय
उज्जैन, अग्निपथ। शहर में भिखारियों की ये स्थिति हो गई है कि सिग्नल व चौराहे पर वाहन चालक के सामने हाथ फैला कर खड़े हो जाते हैं।खुलेआम कार में झांक-झांक कर भीख मांग रहे हैं, लोगों को मजबूरी में कुछ रुपए देकर इनसे पीछा छुड़ाना पड़ता है। चौराहे पर बाइक या कार रुकी तो उस पर ऐसे टूटेंगे ओर जब तक इन्हें पैसे नहीं मिलते तब तक यह वाहन चालक का पीछा नहीं छोड़ते।
शहर मे भिखारियों की संख्या बढ़ गई है, नानाखेड़ा चौराहा, महाकाल मंदिर के पास, फ्रीगंज क्षेत्र में होटल व रेस्टोरेंट के बाहर, रामघाट, देवास गेट चामुंडा माता चौराहा, इंदौर गेट, हरसिद्धि चौराहा, चारधाम पर ये भिखारी सुबह से लेकर शाम तक देखे जा सकते हैं। भिखारियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए उज्जैन को भी भिखारी मुक्त करने के लिए कोई कार्ययोजना तैयार नहीं की जा रही है।
नानाखेड़ा चौराहा के सिग्नल पर दोपहर बारह बजे एक लग्जरी कार रुकी, इत्तेफाक से उसके आगे की विंडो के कांच खुले थे। एक महिला और एक बच्ची उस विंडो से कार में झांकने लगे। जब कार वाले ने मना किया तो महिला ने कांच पर हाथ रख लिया। लडक़ी ने भी गेट को नहीं छोड़ा, कार वाले को रुपए देकर ही उनसे पीछा छुड़ाना पड़ा।
फ्रीगंज शिव मंदिर के समीप कैफै के पास एक बुजुर्ग महिला ने बाइक रुकते ही उस पर बैठे युवक के पास महिला पहुंची और हाथ फैलाकर उससे पैसे मांगने लगी लेकिन जब बाइक सवार ने बाइक आगे बढ़ाई तो बुजुर्ग ने बाइक का हेंडल पकड़ लिया। चालक को रुपए देकर ही पीछा छुड़ाना पड़ा।