उच्च क्वालिटी के 14 फीट रेडियम 500 रुपये में लगवा रहे, आरटीओ में भीड़ न हो इसके लिये 50 रुपये में घर बैठे परमिट
उज्जैन, अग्निपथ। असंगठित ईरिक्शा चालक संघ और ईरिक्शा यूनियन पर रुपये लेकर ईरिक्शा पर येलो-रेड रेडियम लगाने और परमिट देने के आरोप के बाद संघ के सदस्यों ने अपना कड़ा रुख अपनाया है। उनका कहना है कि सबकुछ छोडक़र वह सेवभाव से ईरिक्शा चालकों के लिये काम कर रहे हैं, लेकिन उन पर कतिपय लोग ज्यादा रुपये लेने के आरोप लगा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार असंगठित ईरिक्शा चालक परिचालक संघ और ईरिक्शा यूनियन द्वारा चामुंडा चौराहा के सामने स्थित पशुपति मंदिर के प्रांगण में ईरिक्शा पर संगठन द्वारा रेडियम लगवाये जाने का काम किया जा रहा है, ताकि 10 जुलाई से पहले सभी 5800 ईरिक्शा को दो शिफ्ट में चलाये जाने का रास्ता साफ हो जाये। आरटीओ में ईरिक्शा चालकों की भीड़ न हो इसके लिये संगठन ने 50 रुपये में परमीट देने को भी कहा है।
बताया जाता है कि संगठन द्वारा 14 फीट उच्च क्वालिटी का रेडियम लगवाने के लिये 500 रुपये लिये जा रहे हैं। 30 रुपये फीट के हिसाब से यह काम रेडियम वाले से करवाया जा रहा है। इसके लिये संगठन के 25 लोग लगे हुए हैं। जोकि अपना रोजगार छोडक़र संगठन के काम में जुटे हुए हैं। संगठन के लोगों का कहना है कि यदि किसी रिक्शा चालक को बाहर से रेडियम लगवाना हो तो वह लगवा सकता है। लेकिन डेमो उसी तरह का होना चाहिये जैसा कि यातायात पुलिस और आरटीओ ने दिया है। इस कार्य को करने में संगठन पर आरोप भी लग रहे हैं।
नाम न छापने की शर्त पर लोगों ने बताया कि शहर में 150 रुपये में रेडियम लगाया जा रहा है। हरसिद्धि और नानाखेड़ा के ईरिक्शा चालक भी संगठन के विरोध में हैं। आने वाले दिनों में इसको लेकर धरना प्रदर्शन भी करने की बात कह रहे हैं।
जानकारी के अनुसार बुधवार तक 1500 ईरिक्शा चालकों ने अपने रिक्शा पर रेडियम चस्पा करवा लिये हैं। संगठन के लोगों ने बताया कि परमिट के लिये 800 के करीब रजिस्ट्रेशन भी हो चुके हैं।
नाम न छापने की शर्त पर बताया….
चलायमान फोन पर नाम न छापने की शर्त पर एक व्यक्ति ने बताया कि शिकारी गली सहित अन्य रेडियम की दुकानों पर 14 फीट से अधिक रेडियम भी लगवाओ तो इतने पैसे नहीं लगेंगे। केवल 150 रुपये में रेडियम लग जायेगा जोकि 5 साल तक चलेगा। शहर के काफी ईरिक्शा चालक इसके विरोध में हैं। आगामी दिनों में इसको लेकर धरना प्रदर्शन भी किया जा सकता है। आरटीओ और यातायात पुलिस की भी इसमें सहभागिता की बात कही गई है।