सावन माह में चार लाइन में कार्तिक मण्डपम से होंगे चलित भस्मारती दर्शन
उज्जैन, अग्निपथ। 22 जुलाई से शुरू हो रहे सावन को लेकर महाकाल मंदिर समिति ने तैयारी शुरू कर दी है। प्रशासन ने इस बार चार लाइन से चलित भस्मारती दर्शन कराना तय किया है। वहीं सवारी के दौरान बड़े वाहन में एलईडी लगाकर आम दर्शनार्थियों को दर्शन कराने पर विचार किया जा रहा है। हालांकि इन निर्णयों पर अंतिम रूप सोमवार 8 जुलाई को होने वाली मंदिर समिति की बैठक में लिया जायेगा।
सावन माह में देश-दुनिया से काफी संख्या में दर्शनार्थी उज्जैन पहुंचते है। सोमवार को निकलने वाली सवारी में दर्शन करने की इच्छा के चलते सोमवार को काफी संख्या में बाहरी लोग उज्जैन में रहते हैं। लेकिन ऊंचे बेरिकेड्स और नीची पालकी के कारण कई दर्शनार्थी धक्के खाने के बाद भी महाकाल राजा के दर्शन नहीं कर पाते। इस कारण से कई बार महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में भगवान की पालकी की ऊंचाई बढ़ाने की बात उठती है।
अब समिति द्वारा विचार किया जा रहा है कि दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए सवारी में दो बड़ी एलईडी ऊंची गाड़ी पर लगायी जाये, जिसमें पालकी में विराजित महाकाल राजा के दर्शन होंगे। हालांकि इस पर अंतिम निर्णय मंदिर समिति की बैठक में होना है। इसी तरह सावन में आने वाले दर्शनार्थियों को कार्तिक मण्डपम से चार लाइन में चलित भस्मारती दर्शन कराये जायेंगे। मंदिर समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि वर्तमान मेें दो लाइन से दर्शन होते हैं, जिससे करीब पांच हजार से अधिक लोगों को दर्शन कराया जाता है। चार लाइन से दर्शन होने पर करीब 15 हजार से अधिक लोग रोज चलित लाइन से भस्मारती दर्शन किये जा सकेंगे।