देवास, अग्निपथ। स्वास्थ्य विभाग में साल 2018 से 23 के बीच अलग-अलग समय में हुए 4 करोड़ 26 लाख 69 हजार रुपए के गबन के मामले में पूर्व सीएमएचओ डॉ. एमपी शर्मा और वर्तमान सीएमएचओ डॉ. शिवेंद्र मिश्रा सहित आठ लोगों को निलंबित किया गया है। निलंबन की कार्रवाई संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं भोपाल के वरिष्ठ संयुक्त संचालक (शिकायत) ने की है। सभी को कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही का दोषी पाया गया है। निलंबन की अवधि में उन्हें अलग-अलग जिलों में अटैच किया गया है।
सीएमएचओ ऑफिस देवास में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के घोटाले का खुलासा मार्च महीने में हुआ था। आयुष कोष एवं लेखा विभाग भोपाल की सेल ने प्रदेश के कई जिलों में इस तरह के फ्रॉड को ट्रेस किया था। कोष एवं लेखा संभागीय विभाग उज्जैन की टीम 9 मार्च को देवास पहुंची थी और कार्यालय को सील कर दिया था। टीम ने दस्तावेज खंगाले तो करोड़ों रुपए की गड़बडिय़ां सामने आई थी। कलेक्टर गुप्ता के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट अभिषेक शर्मा ने पूर्व सीएमएचओ डॉ. एमपी शर्मा, डॉ. विष्णुलता उईके, डॉ. कैलाश कल्याणे सहित कुल 9 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराया था।
इनको किया निलंबित
वर्तमान सीएमएचओ व तत्कालीन डीडीओ डॉ. शिवेंद्र मिश्रा, पूर्व सीएमएचओ डॉ. वीके सिंह, पूर्व सीएमएचओ डॉ. एमपी शर्मा, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक वर्मा, चिकित्सा अधिकारी डॉ. कमल मालवीय व तत्कालीन जिला टीकाकरण अधिकारी व वर्तमान में सीएमएचओ आलीराजपुर डॉ. कैलाश कल्याणे को निलंबित कर दिया है।
साथ ही सहायक ग्रेड-2 अश्विन सूर्यवंशी और रवि वर्मा के निलंबन के आदेश भी जारी कर दिए हैं। निलंबन अवधि में डॉ. मिश्रा को रतलाम, डॉ. एमपी शर्मा को इंदौर, वीके सिंह को बुरहानपुर और अशोक वर्मा को नीमच अटैच किया है।