तीन हजार और मांग रहा था तो दर्शनार्थी ने शिकायत कर दी, पकड़ा गया
उज्जैन, अग्निपथ। हरियाणा से आए भक्त के साथ सोमवार को फूल प्रसादी बेचने वाले ने भस्म आरती और शयन आरती के दर्शन के नाम पर 8 हजार 600 रुपए ले लिए। आरोपी और रुपए मांग रहा था इस कारण श्रद्धालु ने महाकाल चौकी में उसकी शिकायत कर दी और वो पकड़ा गया।
हरियाणा के सोनीपत से आए भक्त अंशुल और उनकी बहन ने बड़ा गणेश मंदिर के बाहर फूल-प्रसाद की दुकान चलाने वाले राजकुमार उर्फ राजा से भस्म आरती की जानकारी ली तो उसने दो लोगो की भस्म आरती दर्शन अनुमति कराने के ६000 रुपए लेकर दो लोगों की भस्मारती करा दी। आरती के बाद राजकुमार श्रद्धालुओं से अतिरिक्त 3000 रुपए की और मांग करने लगा।
इस पर दर्शनार्थी अंशुल ने महाकाल पुलिस को इसकी शिकायत कर दी। पुलिस ने रुपये देने के बहाने दर्शनार्थी अंशुल के जरिए राजकुमार को बुलवाया और रुपए लेते हुये उसे पकड़ लिया। इस पूरे मामले में भस्मारती दर्शन करवाने में एक होमगार्ड सैनिक की मिलीभगत भी सामने आई है।
शयन आरती में दर्शन कराने के रुपए भी ले चुका राजा
श्रद्धालु अंशुल ने पुलिस को बताया कि हम महाकालेश्वर मंदिर दर्शन करने आते रहते हैं। शनिवार को शयन आरती में प्रवेश दिलाने के नाम पर राजकुमार ने हम तीन लोगों से 2600 रुपए लिए थे। उसी समय उसने भस्म आरती दर्शन की बात कही और इस एवज में 3000 रुपए लिए। सोमवार सुबह जब भस्म आरती में शामिल हुए। तो प्रवेश करते समय राजकुमार ने उससे तीन हजार रुपए ले लिये।
बाद में भस्म आरती में शामिल होने के बाद हम मंदिर से बाहर निकले तो फूल प्रसादी का व्यापारी राजकुमार बार-बार फोन लगाकर परेशान कर 3 हजार रुपए और मांगने लगा। जिस पर हमने पुलिस थाने में इसकी शिकायत की है।
मंदिर समिति ने दर्ज कराई शिकायत
मंदिर समिति से मिली जानकारी के अनुसार राजा नामक व्यक्ति जिसका मोबाइल नंबर 7974557489 है, उसने हरियाणा के सोनीपत से पधारी रितिका से भस्मार्ती के नाम पर छह हजार रुपए की ठगी की है। जबकि ऑनलाईन एवं सत्कार व्यवस्था के अंतर्गत भस्मार्ती पंजीयन के लिए 200 रुपये प्रति श्रद्धालु भेंट राशि निर्धारित है। मंदिर समिति ने राजा नामक व्यक्ति के विरूद्ध जांच कर वैधानिक कार्यवाही करने हेतु थाना प्रभारी महाकाल थाना को पत्र लिखा है।
किसी को अतिरिक्त रुपए न दें, कोई मांगता है तो तुरंत शिकायत करें
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि भस्मारती, शयन आरती या दर्शन संबंधी कार्यों के लिए किसी को अतिरिक्त रुपए न दें। भस्मारती दर्शन की ऑनलाइन अनुमति का 200 और शीघ्रदर्शन का 250 रुपए तय है। अगर कोई इसके अतिरिक्त रुपए की डिमांड करता है तो मंदिर समिति को इसकी शिकायत करें। इसके लिए समिति ने मंदिर में जगह-जगह बोर्ड भी लगा रखे हैं।