उज्जैन, अग्निपथ। सोमवार दोपहर अचानक बरसे बादलों ने श्री महाकाल मंदिर में दर्शनार्थियों को परेशान कर दिया। बारिश से बचने के लिए दर्शनार्थी मंदिर परिसर में यहां-वहां दौड़ते-भागते रहे। अंत में कुछ दर्शनार्थियों ने तो बारिश में भीगकर ही आनंद लिया।
सोमवार दोपहर करीब ढाई बजे बाद तेज बारिश का दौर शुरू हो गया। ऐसे में जो दर्शनार्थी दर्शन कर बाहर निकल रहे थे, उनके सामने समस्या खड़ी हो गई। महाकाल मंदिर परिसर में स्थित औंकारेश्वर मंदिर सहित सभी मंदिरों की छत के नीचे दर्शनार्थी ठसाठस हो गये। कुछ दर्शनार्थी अंदर से बाहर आने से भी बच रहे थे। इस कारण निर्गम मार्ग की रैंप भी दर्शनार्थियों से फुल हो गई।
सुरक्षाकर्मी भी दर्शनार्थियों को बाहर करने में वेबस नजर आये क्योंकि तेज बारिश में कोई दर्शनार्थी बाहर ही नहीं जाना चाहता था। हालांकि जब यहां भीड़ का दबाव बना तो कई दर्शनार्थी भीगते हुए ही मंदिर से बाहर हो गये। गौरतलब है कि मंदिर में दर्शन के लिए अंदर आते वक्त तो बारिश से बचाव के पर्याप्त साधन हैं, लेकिन दर्शन के बाद बाहर निकलते वक्त कोई साधन नहीं है। दर्शन के बाद बाहर जाते वक्त दर्शनार्थी को सिर्फ भीगते हुए ही सफर तय करना है।
महाकाल मंदिर में कुत्ते ने फिर दर्शनार्थी पर हमला किया, पेट में काटा
घटना के बाद कलेक्टर ने मीटिंग में निगम प्रशासन को लगाई फटकार
उज्जैन, अग्निपथ। महाकाल मंदिर में एक और श्रद्धालु पर रविवार को कुत्ते ने हमला किया। इस बार दर्शनार्थी के पेट में कुत्ते ने काटा है। हालांकि इस घटना के बाद मंदिर समिति अध्यक्ष व कलेक्टर नीरजकुमार सिंह ने बैठक में नगर निगम अधिकारियों को फटकार लगाते हुए मंदिर क्षेत्र से कुत्ते हटाने के निर्देश जारी किये हैं।
रविवार को आंध्र प्रदेश के रंगारेड्डी शहर से दर्शनार्थी मुलुगु राजकिरण दर्शन के लिए आये थे। दर्शन करने के बाद वे मंदिर परिसर के अन्य मंदिरों के दर्शन कर रहे थे। इसी बीच एक कुत्ता उन पर झपट गया। उसने राजकिरण को पेट में काट लिया। उन्हें मंदिर की डिस्पेंसरी में प्राथमिक उपचार दिया गया। बताया गया कि उस वक्त दो कुत्तो में लड़ाई चल रही थी, इसी बीच एक कुत्ता राजकिरण पर झपट पड़ा।
वे शरीर के ऊपरी हिस्से में कपड़े नहीं पहने थे इस कारण उन्हें गहरा घाव हुआ। राजकिरण ने कहा, मेरी मंदिर समिति से विनती है कि कुत्तों पर अंकुश लगाकर मंदिर से बाहर करें।