विदेशी नंबरों से कॉल कर खाते में पैसे भी डलवा लिए
उज्जैन, अग्निपथ। शहर में एक और परिवार ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार हुआ है। विदेशी कॉलर ने पति-पत्नी के फोटो वीडियो एडिट कर ब्लैकमेल करना शुरू किया। पहले केवल 3500 रुपए खाते में डलवाए और फिर लगातार रुपए की मांग करने लगा। मामले को लेकर परिवार ने साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है।
ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार हुए बसंत श्रीवास्तव ने बताया कि वे इंडस्ट्रियल एरिया की एक फर्म में प्रबंधक के रूप में कार्य करते हैं। कुछ दिनों पहले उनके मोबाइल पर एक लिंक आई थी। जिस पर क्लिक करने के बाद उनका मोबाइल हैक हो गया। इसके बाद विदेशी नंबरों से कॉल आए। कॉलर ने उन्हें बताया कि उनके पास उनकी सभी निजी जानकारी है और वे उसे वायरल कर सार्वजनिक कर देंगे।
इस पर श्रीवास्तव ने कहा कि किस तरह की निजी जानकारी है तो कॉलर ने उनके मोबाइल पर पत्नी के साथ उनके एडिटेड वीडियो और फोटो पहुंचा दिए।एडिटेड अश£ील वीडियो फोटो देखकर श्रीवास्तव घबरा गए और पूछा कि ऐसा क्यों किया तो कॉलर ने उनसे रुपए की मांग की और कहा कि एक बार रुपए दे दो आपके वीडियो वायरल नहीं करेंगे।
इस पर श्रीवास्तव ने उन्हें 3500 रुपए दे दिए। इसके बाद कॉलर द्वारा लगातार रुपए की मांग की जाने लगी। इस पर श्रीवास्तव ने रुपए देने से इनकार कर दिया और पुलिस व साइबर सेल में शिकायत की है। हालांकि उनके पास अब भी फोन आ रहे हैं। मामले में पुलिस जांच कर रही है।
कालिदास कन्या कॉलेज में अतिथि शिक्षक ने वरिष्ठ प्राध्यापक को जान से मारने की धमकी दी, थाने पहुंचे
उज्जैन, अग्निपथ। देवासगेट स्थित कालिदास कन्या कॉलेज के प्राचार्य कक्ष में अतिथि शिक्षक द्वारा नेक के प्रभारी वरिष्ठ प्राध्यापक से गाली-गलोज करते हुए जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है। मामले में देवासगेट पुलिस ने विभिन्न धाराओं में अतिथि शिक्षक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार दो दिन पहले प्राचार्य वंदना गुप्ता ने कम्प्यूटर विभाग में अतिथि शिक्षक नरेंद्र प्रजापत को उनके विभाग से संबधित किसी जानकारी के लिए अपने कक्ष में बुलाया था। यहां नेक के प्रभारी वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ हरीश गुप्ता भी मौजूद थे। नेक के प्रोग्रेस के लिए उन्होंने क यूटर से संबधित जानकारी चाही थी। इसी को लेकर प्राचार्य कक्ष में विवाद हो गया और नरेंद्र ने डॉ हरीश व्यास से अभद्रता कर दी। प्राचार्य गुप्ता ने समझाइश देने की कोशिश की तभी वह नहीं माना और डॉ व्यास को जान से मारने की धमकी दे दी।
विवाद के बाद डॉ व्यास ने देवास गेट थाने पर लिखित आवेदन दिया। जिस पर जांच और मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जान से मारने की धमकी, अश£ील गालियोंं सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया।