काम बंद करने की धमकी, अधिकारियों ने कंपनी को चेताया, शाम को सभी कर्मियों को मिला कटा हुआ वेतन
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकाल मंदिर में मंगलवार सुबह मंदिर की आउटसोर्स कंपनी केएसएस के कर्मचारियों ने धरना दे दिया और मंदिर दर्शन करने आये कलेक्टर को घेरकर कंपनी द्वारा वेतन काटने की समस्या बताई। इस घटना के बाद प्रशासन हरकत मेें आया और शाम तक सभी कर्मचारियों के खाते में कटा हुआ वेतन भी आ गया।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में केएसएस कंपनी के करीब 800 कर्मचारी कार्यरत हैं। जो ड्राइवर, कार्यालयीन सेवाएं, वाहन चालन, लड्डू निर्माण यूनिट, श्री महाकाल अन्नक्षेत्र आदि में सेवाएं देते हैं। इन लोगों को कंपनी ने दीपावली पर 5000 रुपए बोनस दिया था, जिसे यह कहकर दो हिस्सों में वेतन से काटना शुरू किया कि मंदिर द्वारा उन्हेें बोनस राशि नहीं दी गई है। सोमवार को मिले वेतन में कर्मचारी के 25 सौ रुपए काटे गये थे, शेष 25 सौ रुपए अगले महीने के वेतन से काटे जाना था।
कंपनी के इस निर्णय के खिलाफ कर्मचारियों में आक्रोश फैल गया। सुबह जब कर्मचारी ड्यूटी पर आये तो आक्रोशित कर्मचारियों ने महाकाल लोग के कंट्रोल रूम के सामने धरना देकर नारेबाजी कर दी। संयोग से उसी समय कलेक्टर नीरज कुमार भी मंदिर पहुंच गये। तो कर्मचारियों ने कलेक्टर को पूरी बात से अवगत कराया साथ ही काम नहीं करने की बात भी कही।
इस मामले के बाद प्रशासनिक अमले में हलचल हो गई। अधिकारियो ने सबसे पहले मंदिर में कामकाज शुरू करवाया। इसके बाद कंपनी के उच्च अधिकारियों से चर्चा की। केएसएस कंपनी के स्थानीय एचआर मैनेजर मनोज राठौर ने बताया कि शाम तक सभी कर्मचारियों के खाते में काटा गया वेतन डाल दिया गया है।