दर्शन के नाम पर रुपए लेने के कई मामले सामने आने के बाद बड़ी कार्रवाई
उज्जैन, अग्निपथ। आये दिन शिकायतें आ रही थीं कि बड़ा गणेश मंदिर के पास बरसों से दुकान लगाकर बैठे फूल-प्रसाद विक्रेता दर्शन के नाम पर लोगो से ठगी कर रहे है। कुछ पकड़े जा चुके हैं। दो दिन पहले भी राजा नामक फूल विक्रेता को रुपए लेकर भस्मारती के आरोप में पकड़ा जा चुका है। इन घटनाओं के बाद बुधवार को श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के आग्रह पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बड़ा गणेश मंदिर के आसपास से करीब 100 से अधिक फूल-प्रसाद विक्रेताओं दुकानें हटाई। विरोध के कारण भारी पुलिस बल लेकर यह कार्रवाई की गई है।
महाकाल मंदिर के गेट नम्बर चार यानी महाकाल थाना से लेकर बड़े गणेश मंदिर तक 100 से अधिक अवैध दुकाने लगी हुई थीं। जो फूल प्रसादी के अलावा धार्मिक सामग्री बेचते थे। बुधवार को सुबह 11 बजे करीब महाकाल मंदिर प्रशासन के अधिकारी नगर निगम की टीम और भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और चार नंबर गेट की ओर लगी सभी दुकानों को हटा दिया गया। इन अवैध दुकानों की वजह से सडक़ पर श्रद्धालुओं का यहां चलना भी मुश्किल हो रहा था।
महाकाल मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि अभी बड़े गणेश मंदिर तक का अतिक्रमण हटाया है ये प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी। जल्द ही मंदिर के आसपास अन्य जगह लगी अवैध दुकानों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
अतिक्रमण को लेकर मिल रही थीं शिकायतें
गौरतलब है कि श्री महाकाल मंदिर के पास कई वर्षो से हो रहे अतिक्रमण को लेकर शिकायतें मिल रही थीं। गेट नंबर चार की ओर बड़े गणेश मंदिर के आसपास कई लोगों द्वारा अवैध रूप से टेबल लगाकर फूल प्रसादी बेचने का कार्य किया जा रहा था। जिससे आने-जाने में दिक्कत तो होती ही थी, लेकिन इन व्यापारियों की हरकत के कारण दर्शनार्थियों को भी परेशान होना पड़ता था।
बुधवार को कार्रवाई के दौरान नगर निगम की टीम पुलिस बल के साथ महाकाल मंदिर के अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल रहे। इस दौरान निगम की टीम ने कई दुकानों का सामान भी जब्त कर लिया।