घायल बाइक पर बैठकर अपने पिता के साथ पहुंचा थाने, दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज, आरोपी फरार
शाजापुर, अग्निपथ। जिले के सलसलाई थाना क्षेत्र के बाड़ी गांव में जमीन विवाद को लेकर नाराज पूर्व सरपंच ने चचेरे भाई के घर पर दो फायर किए। एक गोली भाई को लगी जबकि दूसरी दरवाजे से जा टकराई। घायल युवक अपने पिता के साथ थाने पहुंचा और घटनाक्रम की जानकारी दी। फिलहाल में पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से एफआईआर दर्ज कर ली है।
बाड़ीगांव के पूर्व सरपंच धर्मेंद्र (38) पिता रमेशचंद्र राजपूत निवासी बाड़ीगांव ने गुरुवार रात करीब 8 बजे घर से निकलकर अपने सगे चाचा आजादसिंह के घर पर बंदूक से दो गोली चला दी। एक गोली आजादसिंह के बेटे गब्बर (28) को कंधे पर लग गई। घटना के बाद पूर्व सरपंच धर्मेंद्र राजपूत फरार हो गया।
गब्बर को उसके पिता आजादसिंह बाइक पर बैठाकर सलसलाई थाने ले गए। यहां पर बताया कि धर्मेंद्र ने उसे गोली मारी है। इसके बाद पुलिस ने तत्काल उसे उपचार के लिए डायल-100 वाहन से अस्पताल पहुंचाया।
दोनों पक्षों ने थाने पर की शिकायत
इस मामले में सलसलाई थाने पहुंच कर धर्मेन्द्र की पत्नी राजकुमारी ने गुरुवार शाम 6 बजे के लगभग देवर गब्बर के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। जिसें उसने बताया कि गुरुवार को दोपहर 2.30 बजे काका ससुर आजादसिंह का लडक़ा गब्बर हाथ में फर्सी वाली लकड़ी लेकर आया और बोला धर्मेन्द्र ने आजादसिंह के हिस्से में आई जमीन पूरी बिकवा दी है और गालियां देते हुए पति को जान से मारने की धमकी दी।
राजकुमारी ने घटना की जानकारी इंदौर गए पति धर्मेंद्र को मोबाइल फोन पर दी। इंदौर से घर आने पर पति को साथ थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। वहीं गब्बर पिता आजाद सिंह ने भी शिकायत दर्ज कराई और बताया कि गुरुवार के दिन उसकी पत्नी प्रीति का राजकुमारी से झगडा हो गया था। इस पर गब्बर ने भी गाली गलौच की उसी बात को लेकर राजकुमारी का पति धर्मेन्द्र गुरुवार शाम 7 बजे लगभग अपने घर के सामने खडा होकर धमकाने लगा।
धर्मेन्द्र की आवाज सुनकर गब्बर घर के बाहर आया तो धर्मेन्द्र ने अपनी बंदूक तान दी और जान से मारने की धमकी दी। यह देख गब्बर घर के अन्दर जाने के लिए मुड़ा तभी धर्मेन्द्र ने गोली चला दी। बायें हाथ के कंधे पर पीछे की तरफ गोली लगने से जबडे, कान तथा चेहरे पर भी हल्की चोटे आई हैं।
इनका कहना
आरोपी अभी फरार है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए दो टीमें लगी हुई है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
– टीएस पंवार, एसडीओपी बेरछा