शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झारडा के हाल बेहाल
झारड़ा, (स्वस्तिक चौधरी) अग्निपथ। केंद्र व प्रदेश सरकारें बेटियों-महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अनेक योजनाए संचालित कर रही है। बेटी-पढ़ाओ-बेटी बढ़ाओ का नारा तो लग रहा है लेकिन गांव के कन्या विद्यालय में शिक्षण सत्र की शुरुआत के एक माह बाद भी पढ़ाई ठीक से शुरू नहीं हो पाई है। इसकी वजह शिक्षकों की कमी है।
शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झारडा में शिक्षकों के अभाव में बेटियां विद्यालय ही नहीं जा रही हैं। शिक्षण सत्र 2024-25 लगभग 18 जून से प्रारंभ हो गया है। सत्र शुरू हुए एक माह बीत जाने के बाद भी नियमित विद्यालय संचालित नहीं हो पा रहा है। अभिभावक अपनी बेटियों का नवीन सत्र में प्रवेश करवा कर पढ़ाई शुरु होने का इंतजार कर रहे है।
352 छात्राओं पर केवल दो शिक्षक
प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर के गेलाखेड़ी रोड स्थित शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में वर्तमान सत्र में लगभग 352 छात्राएं दर्ज होकर प्रवेशित है। बावजूद विद्यालय में केवल दो शिक्षक ही पदस्थ हैं। शासन व शिक्षा विभाग के नियमानुसार प्रत्येक माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शालाओं में 40 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक होना अनिवार्य है।
बावजूद 352 विद्यार्थियों पर केवल दो शिक्षक का होना समझ से परे है। जिम्मेदार अधिकारीगण धरातल पर पहुंचकर अभी तक संज्ञान में क्यों नहीं लिया।
नाम नहीं छापने की बात से सहमत होकर दबी जुबान से छात्राओं ने हमारे प्रतिनिधि से चर्चा में बताया कि भैया एक माह हो गए है कक्षा नहीं लगने से हम पिछड रहे है। हमारी पढ़ाई शुरु तक नहीं हुई है। सितम्बर माह में त्रैमासिक परीक्षा आ जाएगी तो हम उत्तर पुस्तिका में प्रश्नपत्र के उत्तर क्या लिखेंगे?
अधिकारी नहीं करते दौरा
विकासखंड से लेकर जिला व संभाग प्रदेश तक शिक्षा विभाग में विविध पदों पर अधिकारी पदस्थ है। एक माह से विद्यालय का संचालन नियमित नहीं हो रहा। संज्ञान लेना तो ठिक अभिभावको के फोन तक नहीं उठा रहे। अब बेबस बेटिया करे तो क्या करें । जबकी शासन से जिला उधिकारीयों दौरा करने के लिए वाहन सुविधाए उपलब्ध है। तो कम से कम एक माह में एक बार तो ग्रामीण अंचल के विद्यालयों निरिक्षण तो करें।
एक माह पीछे हो गई बेटियां
शिक्षण सत्र 2024-25 18 जून से प्रारम्भ होकर आज लगभग एक माह बीत चुका है। अन्य विद्यालयों में एक माह का पाठ्यक्रम पूर्ण हो चुका है। बावजूद शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झारड़ा में विद्यालय का संचालन नहीं होने से छात्राओं का अध्यापन कार्य एक माह पिछड़ गया है। कोई जिम्मेदार अधिकारी ध्यान ही नहीं दे रहा है।
प्राचार्य ने सूचना दी है जिला अधिकारी को
शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झारड़ा के प्रभारी प्राचार्य मुकेश जोकचंद ने चर्चा के दौरान बताया कि विकासखण्ड एवं जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र के माध्यम से विद्यालय में शिक्षको की कमी के बारे में अवगत करवाया गया है। शिक्षक के लिए हम स्थानीय स्तर पर भी चर्चा कर व्यवस्था करने में लगे हुए है।
इनका कहना
आपने मुझे छात्राओं की शिक्षण संबंधित समस्या से अवगत कराया है। मैं स्वयं विद्यालय में उपस्थित होकर वस्तुस्थिति देखकर जिले से लेकर संभाग प्रदेश स्तर के अधिकारीगण से चर्चा कर समस्या का निराकरण करने का प्रयास करुंगा।
– प्रतापसिंह आर्य, सदस्य शिक्षा समिति, जिला पंचायत उज्जैन