पीएचडी परीक्षा में ईडब्ल्यूएस को 5 प्रतिशत छूट देने की मांग

विद्यार्थी परिषद ने कहा विद्यार्थियों की रेस्पॉन्स शीट भी उपलब्ध कराएं

उज्जैन, अग्निपथ। विक्रम विश्वविद्यालय की पीएचडी प्रवेश परीक्षा में रही कमी को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सवाल उठाए हंै। परिषद ने कुलपति व कुलसचिव को दिए ज्ञापन में प्रवेश परीक्षा में ईडब्ल्यूएस को 5 प्रतिशत छूट देने के साथ ही विद्यार्थियों की रेस्पॉन्स शीट भी उपलब्ध कराने की मांग की है। विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने परिषद को निराकरण करने का आश्वासन दिया है।

विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा 18 जुलाई को पीएचडी प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया गया था। परीक्षा को लेकर अब आपत्ति का दौर भी शुरू हो गया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा विवि द्वारा कराई गई पीएचडी प्रवेश परीक्षा के परिणाम की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडे व कुलसचिव डॉ अनिल कुमार शर्मा को ज्ञापन सौंपा है।

ज्ञापन में कहा गया है कि ईडब्ल्यूएस को प्रवेश परीक्षा में 5 अंको की छूट प्रदान की जाए। भारत का राजपत्र सीजी-डीएल-इ- 07112022-240086 असाधारण, भाग 3 खंड 4 में प्रकशित विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (पीएच.डी. उपाधि प्रदान करने हेतु न्यूनतम मानदण्ड और प्रक्रिया) विनियम, 2022 के धारा 5 प्रवेश की प्रकिया की उपधारा (2) के अनुच्छेद (घ) में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, दिव्यांग वर्ग के साथ आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) को भी प्रवेश परीक्षा में 5 अंको की छूट दी गई है।

अत: विवि ईडब्ल्यूएस को भी प्रवेश परीक्षा में 5 अंको की छूट प्रदान करे जिसका उल्लेख विवि द्वारा प्रदत्त पीउचडी नोटिस में नही है।

विद्यार्थियों की रेस्पॉन्स शीट उपलब्ध करवाए

विद्यार्थी परिषद के महानगर मंत्री आदर्श चौधरी ने कहा कि विवि ने आधुनिकता को अपनाकर ऑनलाइन माध्यम से परीक्षा करवाई है, ताकि परीक्षा पारदर्शी हो सके। पीएचडी प्रवेश परीक्षा के प्रश्न पत्र सहित उत्तरकुंजी भी विवि ने उपलब्ध करवाई है, किन्तु विवि द्वारा विद्यार्थियों की स्वयं की रेस्पॉन्स शीट उपलब्ध नही करवाई है।

जबकि हर ऑनलाइन परीक्षा जैसे आईआईटी, नीट, नेट, जेम, सीयूसीईटी इत्यादि में संस्था आंसर की के अतिरिक्त विद्यार्थियों को रेस्पॉन्स शीट भी उपलब्ध करवाती ताकि शत प्रतिशत पारदर्शिता बनी रहे और विद्यार्थियों के मन में परीक्षा की पवित्रता के प्रति संदेह न रहे। हमारी मांग है कि विवि प्रशासन शत-प्रतिशत पारदर्शिता बनाए रखने के लिए तत्काल प्रभाव से हर विद्यार्थी को उसकी रेस्पॉन्स शीट उपलब्ध करवाए, जो कि परीक्षा का स्वरूप ऑनलाइन होने के कारण त्वरित एवं सहजता से हो सकता है।

इस विषय को संज्ञान में लेकर निराकरण करे। अन्यथा विद्यार्थी परिषद उग्र आंदोलन को बाध्य होगी जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।

दो दिन के बाद आएगा परिणाम

विक्रम विश्वविद्यालय की पीएचडी प्रवेश परीक्षा होने के बाद विद्यार्थियों को तीन दिन का समय आपत्ति के लिए दिया गया है। एमपी ऑनलाइन में साफ्टवेयर की परेशानी के कारण आंसर की और प्रश्रपत्र दो दिन देरी से 21 जुलाई को अपलोड किए गए है। इसके बाद तीन दिन का समय पूरा होने पर आपत्ति का निराकरण किया जाएगा।

आपत्ति का निराकरण होने के बाद प्रवेश परीक्षा का परिणाम घोषित हो सकेगा। ऐसे विद्यार्थी जिन्हे प्रवेश परीक्षा के प्रश्र या दिए गए आंसर को लेकर आपत्ति है वे छात्र एमपी ऑनलाइन की विक्रम विश्वविद्यालय की साईट पर जाकर आपत्ति वाले आप्शन पर अपनी आपत्ति दर्ज करा सकते है। आपत्ति के लिए प्रति प्रश्र करीब 250 रूपए का शुल्क भी रखा गया है।

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