पेट्रोल पंप बंद कराने पहुंचे कांग्रेसीदुकानदार ने बंद करने के लिए मांगे एक हजार रुपए, युवा नेता ने थमा दिए पैसे
उज्जैन। बढ़ती महंगाई, रसोई गैस और डीजल-पेट्रोल के बढ़ते दामों के विरोध में उज्जैन कांग्रेस कमेटी का बाजार बंद आह्वान पूरी तरह से विफल रहा। कांग्रेसी सुबह छह बजे से बाजार बंद कराने निकले थे। आमतौर पर सुबह छह से नौ बजे तक चाय-पान व रेस्टोरेंट को छोड़कर कुछ दुकानें ही खुलती हैं। 11 बजते-बजते बंद को समाप्त करने की घोषणा कर दी गई। बाजार बंद कराने के दौरान कांग्रेसियों की कहीं दुकानदारों से तो कहीं पर पुलिस से कहासुनी भी हुई।
गुटों में बंटे कांग्रेसियों में बंद को लेकर कोई उत्साह नहीं देखा गया। कुछ जगहों पर कांग्रेसियों ने हाथ जोड़कर तो कहीं पर दुकानों को जबरन बंद कराने की कोशिश की। उज्जैन बंद को लेकर महज औपचारिकता ही निभाई गई। पुराने शहर में ढाबा रोड पर पोहे के एक दुकानदार ने दुकान बंद करने के लिए एक हजार रुपए की मांग की तो युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष भरत शंकर जोशी ने उसे रुपए थमा दिए। उसके बाद दुकानदार ने दुकान बंद कर दी।
पेट्रोल भराने आए लोगों को भगाया, पुलिस से कहासुनी
नानाखेड़ा थाना क्षेत्र में एक पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भराने आए लोगों को कांग्रेसियों ने भगाने की कोशिश की। मौके पर मौजूद सीएसपी वंदना चौहान और टीआई ओपी अहीर से उनकी कहासुनी भी हुई। पुलिस का कहना था कि आप लोग जबरन बंद नहीं करा सकते हैं। देवासगेट पर कांग्रेसियों ने ऑटो रिक्शा पर बैठे लोगों काे जबरन उतारने की कोशिश की। पुलिस के मौजूद रहने के कारण कांग्रेसी सफल नहीं हो सके।
फ्रीगंज एरिया में एक मिठाई की दुकान को जबरन बंद कराने पर दुकानदार और कांग्रेसियों में मामूली बहस हुई। मौके पर पहुंचे माधव नगर थाना टीआई दिनेश प्रजापति ने कांग्रेसियों को जबरन दुकान बंद कराने से रोका। सुबह 10.50 बजे शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेश सोनी ने टॉवर चौक पर बंद को समाप्त करने की घोषणा की।