ऐसा नहीं है कि झोन-6 के सभी पार्षद हो गये हैं पथभ्रष्ट

उज्जैन, अग्निपथ। दक्षिण विधानसभा के अंतर्गत सबसे ज्यादा चर्चाओं में झोन 6 के ही पार्षद हैं। झोन 6 में कुल 9 वार्ड आते हैं 34, 35, 36, 47, 48, 49 और 51, 53, 54 है। शुरुआत करते हैं वार्ड 34 से जिसकी पार्षद भारती चौधरी है उन्हें ना ही उनके परिवार को कोई लेना-देना रहता है कि वार्ड में कहाँ अवैध निर्माण हो रहा है कहाँ वैध। उनकी निगम की कार्यप्रणाली में कतई दखलंदाजी नहीं है। अब आते हैं वार्ड 35 में जिसके युवा तुर्क पार्षद भाजपा के संग्राम सिंह है जो इंजीनियर भी है। उनका स्पष्ट निर्देश है कि मेरे वार्ड 35 के मतदाताओं को निर्माण के मामले में परेशान ना किया जाये।

संग्राम सिंह जी झोन क्रमांक 6 के अध्यक्ष भी हैं इस नाते दूसरे वार्डों में हो रहे अवैध निर्माणों के एवज में पूर्व के अधिकारी उन्हें भेंटपूजा के रूप में राशि भेंट करते जरूर आये हैंं। वार्ड 36 में पार्षद दुर्गा शक्ति सिंह चौधरी है जो कि मेयर इन कौंसिल की सदस्या भी है उन्हें भी भवन अनुज्ञा मामले से कोई लेना-देना नहीं है ना ही वह किसी तरह का हस्तक्षेप करती है।

वार्ड 47 की पार्षद दिव्या बलवानी है वह भी निगम के किसी मामले में हस्तक्षेप करना पसंद नहीं करती है ना ही उनके परिजन। वार्ड 48 की पार्षद श्रीमती अंशु अग्रवाल है जिनके पति के चर्चे आप पूर्व में पढ़ ही चुके हो। पार्षद पति का आचरण बिगाडऩे में पूर्व में झोन 6 में पदस्थ विकास जोशी रहा है जिसका मूल पद तो भृत्य का है पर वह प्रभारी दरोगा का कार्यभार संभाल रहा था जो अब निलंबित हो चुका है। हर्ष जैन का शागिर्द विकास पत्रकारों के साथ मिलकर शिकायत करवाता और शिकार करके कुछ हिस्सा पार्षदों को भी देता था। इसी कारण पार्षदों की धन पिपासा बढ़ती गयी और वह अनैतिक रास्तों पर चल दिये।

वार्ड 49 पार्षद आभा कुशवाह इनके पति ने भी वार्ड में निर्माणाधीन भवनों के मालिकों का जीना हराम कर रखा है। वार्ड 51 की भाजपा पार्षद आशिमा सेंगर के पति के जलवे सबसे ज्यादा हैं। निगमकर्मियों की ताकत नहीं है कि उनके वार्ड में घुस जाय। जिस पर मेहरबान होते हैं उसे अभयदान दे देते हैं। उनकी टीम में काँग्रेस का भी एक पूर्व पदाधिकारी शामिल है उसका काम बन रहे मकान पर सिर्फ कैमरे की फ्लश चमकाना है। यदि किसी निर्माणाधीन भवन का फोटो सेंगर साहब के सहायक ने खींच लिया समझो शिकार का पंजीयन हो गया।

कॉसमास रोड पर शुद्ध श्री रेस्टोरेन्ट वाले ने आजू-बाजू आगे-पीछे सारे एम.ओ.एस. (ओपन मारजीन स्पेस) पर ही निर्माण कर डाला यदि निगम कम्पाउडिंग भी करना चाहेगी तो आजू-बाजू के क्षेत्र का ही हो सकता है भवन के अग्र भाग का कम्पाउडिंग नहीं किया जा सकता है। दरियादिल पार्षद पति घर पर सब्जियां भी निगमकर्मी द्वारा भेजी गयी का ही उपयोग करते हैं।

वार्ड 53 की पार्षद निर्मला परमार के पति करण परमार भी वसूली को लेकर चर्चाओं में है वह भी मुख्यमंत्री जी और उनके परिजनों को भी कुछ नहीं समझते। वार्ड 54 की भाजपा पार्षद श्रीमती सुगनबाई वाघेला है उन्हें भी निगम की भवन अनुज्ञा शाखा से कोई लेना-देना नहीं है।

भाजपा महामंत्री के रिश्तेदार भी शिकार

इंदौर रोड पर शिवालय के पास नगर भाजपा महामंत्री संजय अग्रवाल के रिश्तेदार का भवन बन रहा है शिकारियों ने पत्रकार को साधकर उसकी भी शिकायत करवा दी और जे.सी.बी. लेकर तोडऩे भी पहुँच गये, तब नगर भारतीय जनता पार्टी के महामंत्री संजय अग्रवाल जी को स्वयं मौके पर आना पड़ा, प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मौके पर ही पत्रकार और उनकी काफी कहासुनी भी हुयी।
शेष कथा कल

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