अनियंत्रित होकर श्रद्धालुओं में टकराई, औंकारेश्वर मंदिर के लाल बाबा सहित ई-कार्ट में बैठे 3 लोग भी घायल
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में बुधवार की दोपहर बड़ा हादसा टल गया। यहां पर दर्शनार्थियों के आने-जाने में उपयोग होने वाली ई-कार्ट का बुधवार दोपहर को ब्रेक फेल हो गया। ढलान पर ब्रेक फेल होने के कारण कार्ट अनियंत्रित होकर दर्शनार्थियों से जा भिड़ी, जिसमें चार लोग घायल हुए हैं। भोपाल की दर्शनार्थी युवती व औंकारेश्वर मंदिर के पुजारी लाल बाबा को घटना में ज्यादा चोंट आई है और इनका निजी अस्पताल मेें इलाज चल रहा है। यह दुर्घटना शंख द्वार के सामने की बताई जाती है।
बुधवार दोपहर करीब साढ़े 3 बजे कुछ लोगों को लेकर आ रही ई-कार्ट मंदिर के शंख द्वार के समीप ढलान पर बेकाबू होकर सामने लगे बैरिकेड में जा घुसी। इस दौरान सामान्य दर्शनार्थियों की लाईन में लगी युवती रिया अठोले पिता सुधाकर उम्र 20 वर्ष निवासी कोलार भोपाल के पैर में गंभीर चोट आई है। वहीं ई-कार्ट में बैठक महाकाल मंदिर में स्थित श्री ओंकारेश्वर मंदिर के पुजारी लाल बाबा व अन्य तीन को चोट आई है।
लाल बाबा को पाटीदार अस्पताल इलाज के लिए लाया गया। उन्होंने बताया कि ई-कार्ट के ब्रेक फेल होने के कारण ढलान पर गाड़ी तेजी से आगे बढ़ी और सामान्य दर्शनार्थियों की लाईन के लिए लगाए गए बेरिकेट्स में जाकर टकरा गई। हालांकि इस दुर्घटना में बाबा महाकाल की कृपा से ज्यादा चोट नही लगी है। केवल पैर में हल्की चोट आई है।
दर्शन की लाईन में लगी रिया के पैर में ज्यादा चोट लगने से उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। बाद मेें रिया को अवंति हास्पिटल में दाखिल कराया है। महाकाल मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि दो लोगो को चोंट लगी है , ई कार्ट के ड्राइवर की सूझबूझ से बड़ा हादसा नहीं हुआ है। मामूली चोट आई है।
समय पर मैंटेनेंस नहीं
गौरतलब है कि श्री महाकालेश्वर मंदिर में महाकाल महालोक बनने के बाद श्रद्धालुओं को महालोक में भ्रमण कराने और प्रोटोकाल से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के शंख द्वार तक ई-कार्ट का उपयोग किया जाता है। इस ई-कार्ट का उपयोग महाकाल महालोक में भ्रमण, वीआईपी-वीवीआईपी के उपयोग में अधिक किया जाता है। सूत्रों के मुताबिक मंदिर समिति के बाद स्वयं द्वारा खरीदी गई और दान में प्राप्त कुल 28 ई-कार्ट है। हालांकि इनका मैंटेनेंस करने की मंदिर के पास फिलहाल कोई व्यवस्था नहीं है और न ही कार्ट चलाने वाले प्रशिक्षित चालक। आउटसोर्स के कर्मचारी ही इन कार्ट को चलाते हैं। समय पर मैंटेनेंस नहीं होने के कारण इन कार्ट की अब यह स्थिति बन रही है।