संजीवनी क्लीनिकों पर लगे ताले, कांग्रेसी पार्षदों ने काली पट्टी बांधकर किया प्रदर्शन

25-25 लाख की लागत के बने क्लीनिक अपनी दुर्दशा पर बहा रहे आंसू

देवास, अग्निपथ। शहरीय क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर मप्र शासन द्वारा संजीवनी क्लीनिक आरोग्य मंदिर स्वास्थ्य केन्द्र 25-25 लाख रूपये की लागत से पिछले 01 वर्ष पूर्व बनाये गये थे, जिसका लोकार्पण लगभग 8-9 माह पूर्व किया गया था, जो कि एक चुनावी घोषणा थी। लोकार्पण के बाद से आज तक लगभग 8 से 10 संजीवनी क्लीनिकों पर ताला लटका हुआ है।

जिसकों को लेकर कांग्रेसी पार्षदों ने गुरूवार को नाहर दरवाजा स्थित संजीवनी क्लीनिका आरोग्य मंदिर के बाहर बैठकर जमकर प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री के नाम कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपकर बंद क्लीनिकों को शीघ्र शुरू किए जाने की मांग की।

पार्षद एवं नेताप्रतिपक्ष प्रतिनिधि राहुल पंवार ने बताया कि उन सभी क्षेत्रों के रहवासी व मरीज उस बंद संजिवनी क्लिनिक की राह देख रहे है कि मुख्यमंत्री संजिवनी क्लीनिक कब शुरू होगा। छोटे-छोटे उपचार व बीमारियों के लिए यह संजीवनी क्लीनिक बनाई गई थी, जिसका लाभ उन सभी क्षेत्रवासियों को आज तक नही मिल पाया और ना ही कोई स्वास्थ्य विभाग के डॉ. व कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई, जहां पर गंदगी पसर रही है। कुछ जगह ताले है, कुछ जगह असामाजिक तत्वो का जमावड़ा लगा रहता है।

इसीलिए करोड़ो की लागत से बने संजीवनी जीर्ण-शीर्ण अवस्था में नजर आ रहे है। क्या देवास कि भोली जनता को संजिवनी कलीनिक का लाभ मिल पायेगा। आखिरकर आम जनता के पैसो का दुरूपयोग क्यो किया गया।

ये हैं मांगें

पार्षदों ने मांग की है कि शीघ्र अतिशीघ्र बंद पडे सभी संजीवनी क्लीनिकों को सुचारू रूप से शुरू किया जावे व डाक्टरो कर्मचारी की ड्यूटी लगाई जावे। प्रदर्शन एवं ज्ञापन के दौरान पार्षद प्रतिनिधि वसीम हुसैन, प्यारे मियां पठान, राजेश दाँगी, गोलू रितेश विजयवर्गीय, दुष्यंत पांचाल, राहुल कुमावत, रोहन वाघमारे, जितेंद्र मालवीय, संजय रेकवार, शक्ति मालवीय, सूरज बघेल, लोकेश गोस्वामी, प्रथमेश ताँबेकार, हेमंत विश्वकर्मा, सुमित चौहान, रुपेश पटेल, आयुष पटेल आदि उपस्थित थे ।

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