भस्मारती के दौरान गणेश मण्डप में कुत्ते झगड़े

दर्शनार्थियों में भागमभाग मची, बमुश्किल अलग-अलग कराया, कुत्तों से मुक्तनहीं हो पा रहा महाकाल मंदिर

उज्जैन, अग्निपथ। लंबे वीकेंड की वजह से शुक्रवार को महाकाल मंदिर आने वाले दर्शनार्थियों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इसी बीच शुक्रवार सुबह को भस्मारती के दौरान गणेश मंडप में तीन कुत्तों में जमकर झगड़ा हो गया, ऐसे में मंदिर में भागमभाग मच गई। शुक्र है भगवान महाकाल का इस दौरान कोई अप्रिय स्थिति नहीं हुई।

श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण महिने में प्रति दिन भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। 15 अगस्त गुरुवार को आजादी के पर्व पर भक्तों का सैलाब उमड़ा। सुबह भस्म आरती से लेकर रात तक महाकाल मंदिर में करीब दो लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। श्रद्धालुओं के साथ ही बढ़ी संख्या में कावड़ यात्री भी बाबा महाकाल को जल अर्पित करने के लिए आ रहे है। वहीं आस-पास के गांव से भी महिलाओं के जत्थे जल लेकर पहुंचे। शुक्रवार सुबह को भी मंदिर में अत्यधिक भीड़ थी।

भस्मारती के दौरान नंदी हाल, गणेश मण्डप और अभिषेक स्थल खचाखच भरा था। इसी दौरान गणेश मण्डप में तीन कुत्तों में बुरी तरह विवाद हो गया। झगड़े के दौरान कुत्ते इतने खूंखार हो गये थे कि यहां मौजूद दर्शनार्थियों में वहां से भागने में ही भलाई समझी। दर्शनार्थियों में भागमभाग की स्थिति देख तुरंत सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंचे और लड़ रहे कुत्तों को बमुश्किल अलग करवाया। गौरतलब है कि पहले भी महाकाल मंदिर में स्ट्रीट डाग द्वारा दर्शनार्थियों पर हमले की घटनाएं हो चुकी है, इसके बाद मंदिर परिसर कुत्तों से मुक्त नहीं हो पा रहा है।

स्वतंत्रता दिवस पर 2 लाख से अधिक लोगों ने किये दर्शन

श्री महाकालेश्वर मंदिर में सावन महिने के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ देशभर से पहुंच रही है। खासकर अवकाश के दिनों में भीड़ का आंकड़ा बढ़ जाता है। गुरुवार को 15 अगस्त का अवकाश होने के कारण बाहर के श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे है। कारण है कि स्वतंत्रता दिवस के अवकाश के बाद शुक्रवार को एक दिन की छुट्टी लेने से सोमवार तक पांच दिन अवकाश के मिल रहे है।

इसमें शनिवार-रविवार के बाद सोमवार को रक्षाबंधन का अवकाश होने और श्रावण महिने का आखरी दिन के साथ ही भगवान महाकाल की सवारी होने के कारण बाहर के दर्शनार्थी अधिक संख्या में आ रहे है। मंदिर समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि महाकाल मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की काउंटिंग हेड काउंटिंग मशीन से हो रही है।

हेड काउंट डिवाइस के माध्यम दिन भर में 2 लाख से अधिक दर्शनार्थियों ने श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन किए है। श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति द्वारा श्रावण मास के दौरान बाहर से आकर भगवान महाकाल को जल अर्पित करने वाले कावड़ यात्रियों के आवेदन आने पर जल चढ़ाने की अनुमति दी जाती है। इसमें पहले की तरह शनिवार से सोमवार तक अनुमति नही दी जाती है। इसीलिए मंगलवार से ही कावड़ यात्रियों की भीड़ लगी है। वहीं अवकाश होने के कारण आस-पास के गांव से जल लेकर आने वाली महिला श्रद्धालुओं की भीड़ भी मंदिर पहुंचने लगी है।

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