कांग्रेस ने किया कलेक्टोरेट पर हल्ला बोल, बैरिकेड्स पर चढ़े

उज्जैन, अग्निपथ। कांग्रेस का हल्ला बोल आंदोलन शुक्रवार को शहीद पार्क में सभा के बाद कलेक्टर कार्यालय पर खत्म हो गया। सभा के बाद कांग्रेस नेताओं ने संकुल भवन की ओर कूच किया। यहां कलेक्टोरेट का घेराव कर दिया। कलेक्टोरेट में प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता उग्र होने लगे और पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेडस के ऊपर चढऩेे का प्रयास करते रहे, लेकिन पुलिस की सख्ती के बाद, प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, महेश परमार सहित कांग्रेसी सडक़ पर बैठ गए।

इस दौरान कांग्रेसियों की पुलिस से धक्का-मुक्की हो गई। धक्का-मुक्की के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता भागते हुए नजर आए। एक घंटे तक चले घेराव के बाद जीतू पटवारी ने उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह को ज्ञापन देकर प्रदर्शन को समाप्त कर दिया।

प्रदर्शन में शामिल होने से पहले पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने महाकाल मंदिर पहुंचकर दर्शन किए। सभा में दिग्विजय सिंह, जीतू पटवारी और उमंग सिंघार ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। कांग्रेस द्वारा कलेक्टोरेट का घेराव कर प्रदर्शन किया गया। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह गुरुवार को ही उज्जैन पहुंच गए थे। हल्ला बोल का आयोजन मुख्यमंत्री के शहर में बिगड़ती कानून व्यवस्था, नर्सिंग घोटाला, नीट एग्जाम फर्जीवाड़ा, शिप्रा नदी के प्रदूषित होने और दूसरे मुद्दों पर रहा। पुलिस भी कलेक्टर कार्यालय से पहले कांग्रेस कार्यकर्ता को रोकने के लिए बैरिकेडिंग कर चुकी थी।

पहले प्रमाण जुटाएंगे, फिर हमला करेंगे- दिग्विजय सिंह

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह ने मंच पर आकर कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्द्धन करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के घर पर आकर हल्ला बोला है, धन्यवाद के पात्र हैं। हमको हर जिले में गरीबों की लड़ाई लडऩा है। कांग्रेस ने पूर्व में गरीबों को जो जमीन बांटी थी, भाजपा उनको छीनने में लगी है। इसको छुड़ाने के लिये कांग्रेस को आगे आना होगा।

विधायक महेश परमार को उन्होंने बधाई देते हुए कहा कि आपने अच्छा भाषण दिया है। हमें यह लड़ाई उन लोगों के खिलाफ लड़ेंगे, जिन्होंने गरीब की जमीन पर कब्जा किया है। गांव ेमें जाकर उन जमीनों को छुड़वाएंगे। इस हल्ला बोल आंदोलन में कांग्र्रेस के युवाओं का जोश देखने को मिला है। मुख्यमंत्री के खिलाफ उन्होंने बोलने से मना कर दिया। उनको कहना था कि पहले प्रमाण जुटाएंगे, उसके बाद हमला करेंगे। बिना प्रमाण बोलना ठीक नहीं।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने कहा था कि डरने की जरूरत नहीं है। डरता वो है जो कांग्रेसी भाजपा में मंत्री पद लेकर बैठा है। जब लडऩे का मौका आया तो भाजपा में चले गये। यह सरकार सूटबूट की सरकार है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साढ़े बारह लाख करोड़ के कर्ज उद्योगपतियों के माफ कर दिये। स्मार्ट मीटर लगाने से जो बिजली का बिल 1000 हजार रुपये का आता था, वह बढक़र 4-5 हजार रुपये का हो गया है।

साथ में हेलमेट लेकर आये हैं- पटवारी

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा-सीएम को महाकाल की नगरी में शराब का व्यवसाय बंद करवाना चाहिए। इसके होने पर नागरिक अभिनंदन करेंगे। उन्होंने प्रदेश सरकार पर कहा कि यह माफिया सरकार है। जीतू पटवारी ने कहा कि इंदौर में प्रदर्शन के दौरान उनके सिर में किसी ने डंडा मार दिया था। इसलिये इस प्रदर्शन के लिये वह हेलमेट साथ में लेकर आये हैं।

140 करोड़ की जमीन आरएसएस को दे दी-सिंघार

उमंग सिंघार ने कहा- उज्जैन की जमीन लूटने लगी है। 140 करोड़ की जमीन आरएसएस को दे दी। प्रदेश में सबसे महंगी शराब उज्जैन में बिक रही है। उज्जैन में शराब बंदी क्यों नहीं करते। 500 करोड़ से अधिक का बजट है, शिप्रा की एक बार सफाई कर दी। सीएम मोहन यादव पर कहा-अपराध बढ़ गए, जमीन महंगी हो गई। इंदौर में जमीन भी ले रहे है, क्या आप अली बाबा चालीस चोर हो जो प्रदेश को लूटने में लगे हो। सरकार कर्ज में डूबी है। मंत्री और सीएम कंबल ओढक़र घी पी रहे हंै।

कब्जे के पीडि़त चार लोगों को मंच पर खड़ा किया

मंच पर इस दौरान एक सरपंच ने आकर माइक पकड़ लिया और अपनी जमीन पर कब्जे को लेकर विगत 15 साल से भटकने की बात करने लगा। उसने कांग्रेस को भी कटघरे में खड़ा किया। प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने ऐसे पीडि़त चार लोग जिनकी जमीन पर कब्जा किया गया है, उनको मंच पर खड़ा कर दिया। माइक थमाकर उनको अपनी पीड़ा बयान करने को भी कहा। चारों पीडि़त बडऩगर और नागदा के हैं।

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