रामघाट पर सीएम ने किया पूजन, सीआरपीएफ के बैंड ने दी भजनों की प्रस्तुति, वीडी शर्मा भी रहे मौजूद
उज्जैन, अग्निपथ। सावन के 5वें और अंतिम सोमवार को देशभर में रक्षाबंधन का त्योहार भी मनाया गया। उज्जैन में शाम 4 बजे बाबा महाकाल की सावन माह की अंतिम सवारी निकाली गई। महाकाल होलकर मुखारविंद स्वरूप में प्रजा का हाल जानने निकले। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभामंडप में सपत्नीक और रामघाट पर पूजन अर्चन किया। उनके साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी साथ में थे।
सवारी में इस बार सीआरपीएफ का बैंड भी साथ-साथ चला। सीएम डॉ. मोहन यादव भी इसमें शामिल हुए। सभामंडप में उन्होंने सपत्नीक भगवान मनमहेश का पूजन अर्चन किया। इसके बाद सवारी महाकाल चौराहा पर पहुंची। यहां पर उनको गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। पश्चात पालकी रामघाट पहुंची। सवारी में चल सीएम ने रामघाट पर सवारी का पूजन किया। भगवान महाकाल की सवारी में सीएम डॉ. मोहन यादव झांझ-मंजीरा और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा डमरू बजाते हुए चले।
सवारी में मुख्यमंत्री द्वारा भजन भी गाये गये। सवारी में विभिन्न वेषभूषा में सजे लोग आकर्षण का केन्द्र रहे। सवारी रामघाट से कार्तिक चौक, ढाबा रोड, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा होते हुए वापस महाकालेश्वर मंदिर पहुंची। इस बार यह खास संयोग रहा कि सावन महीने की शुरुआत सोमवार से हुई और इसका समापन भी सोमवार से हो गया।
जनजातीय दलों ने दी सेला कर्मा नृत्य की अद्भुत प्रस्तुति
बाबा महाकाल की सवारी में डिंडोरी जिले के जनजातीय दलों ने कला संस्कृति की अनुपम छठा बिखेरी। दल ने मादल, टिमकी, बांसुरी, मंजीरा, चटकोला आदि पारंपरिक वाद्ययंत्रों पर आकर्षक प्रस्तुति दी। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की मंशानुरूप बाबा महाकाल की सवारी में प्रदेश के विभिन्न जनजातीय जिलों के कलाकार अपनी प्रस्तुति दे सवारी को शोभायमान कर रहें हैं।
इस अवसर प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद विष्णुदत्त शर्मा, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार और उज्जैन जिले के प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल,राज्यसभा सांसद उमेशनाथ जी महाराज सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री डॉ यादव द्वारा गोपाल मंदिर पर भी सवारी का पूजन किया गया।
तीसरे सोमवार पर बना डमरू वादन का विश्व रिकार्ड
श्रावण का तीसरा सोमवार उज्जैन के लिए ऐतिहासिक बन गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की मंशानुरूप महाकाल लोक के शक्तिपथ पर 1500 डमरू वादकों ने एक साथ-एक समय डमरू वादन कर विश्व कीर्तिमान रचा। बाबा श्री महाकाल के भक्तों ने हर्षोल्लास और उमंग से सवारी में भाग लिया और डमरू वादकों का स्वागत किया। भगवान शिव के प्रिय वाद्य डमरू को डमरू वादकों द्वारा एकसाथ लयबद्ध रूप में आकर्षक एवं मनमोहक प्रस्तुति देकर श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारी में डमरू वादन की मंगल ध्वनि से भगवान शिव की स्तुति की गई।