कई बार आपस में टकरा चुके वाहन चालक, रात में दुर्घटना का अंदेशा
उज्जैन, अग्निपथ। फ्रीगंज से पुराने शहर आने वाले वाहन चालक फ्रीगंज पुल उतरने के बाद वाहन चामुंडा माता चौराहा तरफ नहीं ले जाते हुए सीधे आगर रोड की तरफ रांग साइड से निकल रहे हैं। लेकिन इस ओर किसी भी जिम्मेदार का ध्यान नहीं है। जबकि कई बार इस चौराहे पर हादसे हो चुके हैं और कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
वाहन चालक फ्रीगंज पुल उतरने के बाद चामुंडा माता चौराहा नहीं जाते हुए सीधे शॉर्टकट के चक्कर में रांग साइड से निकल रहे हैं। निगम शौचालय के सामने से होते हुए सीधे आगर रोड पकड़ रहे हैं। जबकि यह एकांकी मार्ग है। ऐसे में हमेशा यहां दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है । कई बार वाहन यहां से रॉन्ग साइड से निकलते समय आपस में टकरा चुके हैं। लेकिन इसके बाद भी यहां की व्यवस्था नहीं सुधार पा रही है और वाहन चालक बेहिचक रांग साइड से निकल रहे हैं।
इस चौराहे पर हमेशा वाहनों का अधिक दबाव रहता है। इस ओर यातायात पुलिस भी ध्यान नहीं दे रही है। ऐसे ही फ्रीगंज पुल पर अशोक टॉकीज के समीप पुल से रांग साइड से निकलने वाले वाहनों को रोकने के लिए यातायात पुलिस ने यहां पर बैरिकेट्स लगवाए थे और रॉन्ग साइड से निकलने वाले वाहनों के खिलाफ चालानी कार्रवाई कर रॉन्ग साइड से निकलने वाले वाहनों पर रोक लगाई थी।
लेकिन चामुंडा माता चौराहे पर नगर निगम के नगर वन उद्यान के समीप पुल उतरने के बाद लोग वाहन लेकर चामुंडा माता चौराहा सिग्नल पर न जाते हुए सीधे आगर रोड की तरफ रांग साइड से निकल रहे हैं।
लंबे समय से यहां की व्यवस्था बिगड़ी हुई है और हमेशा यहां पर दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है दिनभर इस मार्ग से ऑटो मैजिक दो पहिया वाहन यात्री बस सहित अन्य वाहन रांग साइड से निकलते हैं, जिन्हें कोई रोकने टोकने वाला मौजूद नहीं रहता है। ऐसे में कई बार वाहन चालक रॉन्ग साइड से निकलते समय सामने से आने वाले वाहन से टकरा चुके हैं।
हमेशा की तरह यातायात पुलिस नदारद
चामुंडा माता चौराहे पर बढ़ते हादसों को लेकर प्रशासन ने गंभीरता जताते हुए यहां पर यातायात पुलिस कर्मियों को तैनात किया था और हमेशा यहां पर यातायात के जवान मौजूद रहते थे, लेकिन पिछले कई महीनों से यहां पर ड्यूटी देने वाले यातायात जवान भी नदारद हं,ै इस वजह से यहां की व्यवस्था बिगड़ी हुई है।
हादसे के बाद फिर वही ढाक के तीन पात
पिछले दिनों चामुंडा माता चौराहे पर बस की चपेट में आने से एक्टिवा पर सवार एक बीएसएनएल की महिला कर्मचारी की मौत हो गई थी और मृतका के परिजनों ने घटनास्थल पर धरना देकर प्रशासन से यहां की व्यवस्था सुधारने की मांग की थी। उसके बाद पुलिस अधिकारियों ने यहां की व्यवस्था सुधारने के लिए यातायात पुलिस कर्मियों को तैनात किया था, लेकिन मामला ठंडा होने के बाद फिर इस चौराहे की स्थिति बिगड़ गई है। पिछले कई दिनों से लोग रांग साइड से निकल रहे हैं।