पीने के पानी तक के लिए तरस रहे मरीज
शाजापुर, अग्निपथ। जिला मुख्यालय स्थित जिला अस्पताल मेें हाल ही में मातृ-शिशु स्वास्थ्य केंद्र का लोकार्पण मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा किया गया था। उम्मीद थी कि यहां चिकित्सकों के साथ उन्हें सुविधा भी मिलेगी, लेकिन बनने के कुछ दिन बाद ही लोगों का वास्तविकता से सामना होने लगा है।
अस्पताल के नए भवन की शुरुआत में ही मरीज और उनके परिजनों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। हालात ये हैं कि प्रसूति महिलाएं चेकअप के लिए पहुंची लेकिन उनके लिए यहां पर्याप्त सुविधा नहीं होने से उनके परिजन यहां काफी गुस्साए नजर आए। उनका कहना था कि वह करीब 2 घंटे से डॉक्टर का इंतजार कर रहे हैं लेकिन यहां कोई चिकित्सक उपलब्ध नहीं है।
मरीजों व उनके परिजनों ने यह भी बताया कि यहां बैठने के लिए कुर्सी नहीं है और ना ही पीने के लिए पानी है। ऐसे में प्रसूति महिलाओं को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। यहां आने वाले मरीजों को पीने के पानी तक के लिए भी दूसरी बिल्डिंग में जाना पड़ रहा है और लोगों को जमीन पर बैठकर डॉक्टर का इंतजार करना पड़ रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने डॉ. भीमराव अंबेडकर जिला चिकित्सालय में मातृ शिशु चिकित्सा अस्पताल का उद्घाटन बड़े शोरगुल के साथ किया गया था और मुख्यमंत्री और अस्पताल प्रशासन ने दावे किए थे कि इस अस्पताल में प्रसूति महिलाओं और नवजात शिशुओं को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं झेलनी पड़ेगी क्योंकि इस अस्पताल में एनआईसीयू के साथ-साथ सोनोग्राफी और अन्य करोड़ों की मशीन लगाई गई है लेकिन अस्पताल प्रशासन यहां पर पेयजल एवं बैठने की व्यवस्था करना भूल गया, जिसका खम्याजा डॉक्टर को चेकअप कराने आई प्रसूति महिलाओं को झेलना पड़ रहा है।
इस मामले में जब हमने ड्यूटी डॉक्टर से बात की तो उनका कहना था कि कुछ संस्थाओं ने उन्हें वाटर कूलर और कुर्सियां दान की है वह पहुंच भी गई है लेकिन कुछ समय में उसे लगाकर चालू करवा दिया जाएगा।