चरक अस्पताल के परमानेंट वॉर्डबॉय को कारण बताओ नोटिस, आरएमओ से शिकायत के बाद कार्रवाई
उज्जैन, अग्निपथ। चरक अस्पताल में मरीज के परिजनों से रुपये मांगने का एक मामला सामने आया है। सफाईकर्मियों के रुपये मांगे जाने के बाद शिकायत पर सिविल सर्जन ने दो को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है और एक परमानेंट वार्डबॉय को कारण बताओ नोटिस थमाया गया है।
दरअसल, दोपहर 12.30 बजे के लगभग चरक अस्पताल के शिशु रोग वार्ड में भर्ती मरीज बच्चे के परिजन उसको रिलीव होने के बाद लेकर अपने घर जा रहे थे। इस दौरान उनके वार्ड में काम करने वाले यश गोविंद कंपनी की दो सफाईकर्मी महिलाएं और एक परमानेंट वार्डबॉय उनसे जबरन रुपयों की मांग करने लगे।
इसकी शिकायत मरीज के परिजनों ने सामने ही आ रहे आरएमओ डॉ. नीतराजसिंह गौड़ से की। मामले की गंभीरता को देखते हुृए गौड़ ने इस मामले से सिविल सर्जन डॉ. अजय दिवाकर को अवगत कराया। जिस पर उन्होंने कंपनी से दोनों सफाईकर्मियों को नौकरी से बाहर करने के निर्देश दिये। साथ ही वार्डबॉय को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया है।
पूरे अस्पताल परिसर में कैमरे लगेंगे
रोगी कल्याण समिति की बैठक गुरुवार को कलेक्टर नीरजसिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में चरक अस्पताल में चारों ओर कैमरे लगाये जाने के बारे में विस्तृत चर्चा हुई। चरक अस्प्ताल की लिफ्ट और सेंट्रल एसी को दुरुस्त रखे जाने के निर्देश कलेक्टर ने दिये। हालांकि लाइट, सुलभ शौचालय और अन्य निर्माण कार्य किये जाने का एजेंडा आगामी टीएल बैठक में रखे जाने पर सहमति बनी।
इनका कहना
किस बात के पैसे मांग रही थीं दोनों सफाईकर्मी, जबकि चरक शासकीय अस्पताल है और यहां पर सारी सुविधाएं फ्री दी जाती हैं। दोनों आऊटसोर्स सफाईकर्मियों को नौकरी से बाहर कर दिया गया है।
– डॉ. अजय दिवाकर, सिविल सर्जन