कुछ माह पहले 20 लाख रुपए चुका भी दिए थे इसके बाद भी कर्जदारी नहीं खत्म हो पाई थी
उज्जैन, अग्निपथ। विक्रम नगर रेलवे स्टेशन मास्टर ने सोमवार शाम कैशव नगर स्थित अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। स्टेशन मास्टर के पद पर रहते हुए भारी भरकम वेतन पाने के बावजूद उस पर इतना कर्ज हो गया था कि वह कर्ज तले दब गया और आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया। पुलिस मामले में जांच कर रही है।
नीलगंगा थाना पुलिस ने बताया सोमवार शाम कैशव नगर के रहने वाले देवेंद्र पिता ओमप्रकाश प्रधान उम्र 48 वर्ष ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के वक्त वह घर में अकेला था पत्नी बोलाई स्थित मंदिर दर्शन के लिए गई हुई थी। शाम को वह वापस आने वाली थी और 22 वर्षीय बेटा मां को लेने के लिए रेलवे स्टेशन गया था। शाम 5 बजे जब मां-बेटे घर पहुंचे तो उन्हें गोविंद फंदे पर झूलते मिला।
पत्नी ने देवेंद्र को फंदे पर लटका देखकर शोर मचा दिया। आवाज सुनकर पड़ोसी आ गए। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची। देवेंद्र का फंदे से उतारकर जिला अस्पताल पहुंचाया गया। यहां डॉक्टर्स ने परीक्षण कर मृत घोषित कर दी। पुलिस ने मर्ग कायम कर पंचनामा बनाया मंगलवार सुबह पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।
परिवार के बयान दर्ज नहीं
एसआई राजेश परमार ने बताया कि अभी मृत्यु का स्पष्ट कारण नहीं बताया जा सकता क्योंकि परिवार के बयान दर्ज नहीं कर पाए हैं। हालांकि मृतक के भाई गोविंद प्रधान के अनुसार देवेंद्र पर कर्जदारी ज्यादा हो गई थी। पड़ोसी और दोस्तों ने बताया कि देवेंद्र ऑनलाइन गेम खेलता था जिसमें उसने लाखों रुपए लगाए।
इसी ऑनलाइन गेमिंग के चक्कर में लाखों रुपए का कर्ज हो गया जिसे चुकाना भी मुश्किल हो रहा था। संभवत: किसी कर्जदार द्वारा स्टेशन मास्टर को कर्ज चुकाने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। पुलिस मामले में जांच कर रही है यदि किसी ने कर्जदारी को लेकर प्रताडित करने की बात सामने आती है तो कार्रवाई की जाएगी।