मेडिकल कॉलेज के लिए एएनएम ट्रेनिंग सेंटर और होस्टल भी जमींदोज होगा
उज्जैन, अग्निपथ। मेडिकल कॉलेज बनाने की इतनी जल्दबाजी की जा रही है कि बारिश में सख्याराजे प्रसूतिगृह स्थित जिला अस्पताल की इमरजेंसी सेवाएं संभालने वाले कर्मचारियों को आवास खाली करने का नोटिस जारी कर दिया गया है। 22 अगस्त को जारी इस नोटिस में 10 दिन में आवास खाली करने को कहा गया है।
जिला अस्पताल में बनने वाले मेडिकल कॉलेज के लिए तैयारी तेज हो गई है। अब अस्पताल की बिल्डिंग व वहां स्थित आवास और पुराने भवनों को तोड़ा जाएगा लेकिन पहले डिस्मेंटल कार्य पुराने सख्याराजे प्रसूतिगृह से होगा। इसके लिए नोटिस जारी कर दिए गए हैं, जोकि कई कर्मचारियों को आज 27 अगस्त को मिले हैं।
ऐसे में नोटिस जारी करने की दिनांक से जोड़ा जाय तो इनको 1 अगस्त तक आवास खाली करना हैं। इनमकें से कई कर्मचारियों के पास स्वयं के आवास की व्यवस्था नहीं है, उनको इस बारिश के सीजन में किराये का मकान ढंूढकर अपनी रहने की व्यवस्था बनाना होगी। ज्ञात रहे कि यहां पर 10 आवास में कर्मचारी निवासरत हैं।
कैंसर यूनिट को पहले ही शिफ्ट कर चुके
सीएमएचओ डॉ. अशोककुमार पटेल ने अस्पताल की बिल्डिंग समेत पुराने भवनों को तोड़ने संबंधी प्लान भोपाल बनाकर भेजा था। बताया जा रहा है कि शासन ने डिस्मेंटल की भी स्वीकृति जारी कर दी है व जल्द काम शुरू होगा। सिविल सर्जन डॉ. अजय दिवाकर ने बताया कि सबसे पहले सख्याराजे प्रसूतिगृह को तोड़ा जाएगा। यहां कि कैंसर यूनिट को इसीलिए सबसे पहले
माधवनगर अस्पताल शिफ्ट कर दिया गया।
एएनएम ट्रेनिंग सेंटर खाली करने का नोटिस
सख्याराजे परिसर के आवास में रहने वाले परिवारों को भी नोटिस जारी कर दिए हैं कि मकान खाली कर दें। साथ ही सख्याराजे प्रसूतिगृह से लगे पुराने ट्रेनिंग सेंटर व होस्टल के लिए भी वार्डन को पत्र लिख चुके हैं कि जब होस्टल नई बिल्डिंग में शिफ्ट हो गया है तो पुरानी से सामान हटाकर उसे खाली कर दे, तुड़ाई कार्य कभी भी शुरू हो जाएगा।
प्रसूतिगृह वाली बिल्डिंग को तोड़ने के बाद जिला अस्पताल परिसर में मुख्य बिल्डिंग से पहले उससे लगी अन्य बिल्डिंगों को तोड़ा जाएगा, फिर अंत में मुख्य बिल्डिंग को चरक में शिफ्ट होने के बाद ही पुरानी जिला अस्पताल भवन को डिस्मेंटल किया जाएगा।