कार्यक्रम के लिए दलित परिवार को दिया मांगलिक परिसर, विरोध के बाद निरस्त की अनुमति

सडक़ पर करना पड़ा आयोजन

शाजापुर, अग्निपथ। जिला मुख्यालय से करीब 5 किमी दूर ग्राम पतोली में मांगलिक कार्यक्रम के आयोजन को लेकर विवाद की स्थिति बन गई। सूचना मिलने पर पहुंचे अधिकारियों ने मामला शांत करवाया। अधिकारियों ने बताया कि अनुमति दी गई थी, लेकिन कानून व्यवस्था की स्थिति खराब होने की आशंका के चलते अनुमति निरस्त करना पड़ी।

दरअसल पतोली गांव का एक दलित परिवार गांव के सामुदायिक भवन में मांगलिक कार्यक्रम आयोजित करना चाहता था। जिसके लिए उन्होंनेएसडीएम से विधिवत अनुमति भी ली थी। लेकिन गांव के कुछ लोगों ने इसका विरोध किया और गांव में विवाद की स्थिति बन गई थी। सूचना मिलने पर अधिकारी मौके पर पहुंचे ओर समझाईश देने का प्रयास किया। इसके बाद अधिकारियों ने स्थिति को देखते हुए अपनी ही दी गई अनुमति को निरस्त कर दिया जिसके चलते परिवार के लोगों को सडक़ पर कार्यक्रम करना पड़ा। जिसके बाद स्थिति सामान्य हुई।

विवाद की जानकारी लगते ही एएसपी टीएस बघेल, एसडीएम मनीषा वास्कले, तहसीलदार मधु नायक, नायब तहसीलदार गौरव पोरवाल, पटवारी सहित सात थानों का पुलिस बल और प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची। विवाद की स्थिति को देखते हुए एसडीएम ने मांगलिक कार्यक्रम के लिए दी गई अनुमति को निरस्त कर दिया।

जिसके बाद दलित परिवार को अपना मांगलिक कार्यक्रम सडक़ पर आयोजित करना पड़ा और सडक़ पर ही मेहमानों को भोजन कराया गया। इधर विवाद दोबारा न हो इसके लिए प्रशासन एवं पुलिस की टीम चार घंटे से ज्यादा समय तक गांव में ही रही। गांव में अभी भी स्थिति तनावपूर्ण है। गांव में पुलिस बल सावधानी के तौर पर मौजूद हैं।

कैसे बनी विवाद की स्थिति

गांव के नानूराम मोबिया ने अपने यहां होने वाले मांगलिक कार्य के लिए शाजापुर के एसडीएम से 2 और 3 सितंबर को मांगलिक भवन में कार्यक्रम करने की अनुमति ली थी। ग्रामीणों ने परिवार द्वारा सामुदायिक भवन में मांगलिक कार्यक्रम आयोजित करने का विरोध किया। ग्रामीणों के विरोध के चलते एसडीएम ने अनुमति को निरस्त कर दिया और परिवार को सडक़ पर मांगलिक कार्यक्रम आयोजित करना पड़ा।

इस मामले में एडिशनल एसपी टीएस बघेल ने बताया कि लालघाटी थाने के ग्राम पतोली में आयोजित मांगलिक कार्यक्रम को लेकर दो पक्षों में विवाद की स्थिति बन गई थी। दोनों पक्षों से बातचीत कर उनकी समस्या का समाधान शासन एवं प्रशासन के स्तर पर किया जा रहा है। गांव में अभी शांति है और पुलिस नजर बनाए हुए है।

इनका कहना है

आयोजन को लेकर अनुमति दी गई थी, लेकिन विवाद के चलते लॉ एंड ऑर्डर खराब हो सकता था। इसके लिए अनुमति निरस्त कर दी गई है। गांव में अब स्थिति सामान्य है।
– मनीषा वास्कले, एसडीएम-शाजापुर

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