निगम के जनसंपर्क विभाग ने शिक्षक सम्मान समारोह की नहीं चलाई नोटशीट
उज्जैन, अग्निपथ। 5 सितम्बर देशभर में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। नगरनिगम उज्जैन की भी वर्षों से परंपरा रही है कि एक भी साल इस समारोह को मनाने से नहीं चूका है। लेकिन इस वर्ष प्रतिवर्ष आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह की परंपरा टूट गई। कारण इसकी नोटशीट ही नहीं चलाई गई और ना ही एक माह पहले इसकी चयन कमेटी गठित की गई।
नगरनिगम द्वारा प्रतिवर्ष शिक्षक सम्मान समारोह कालिदास अकादमी के संकुल भवन हाल में आयोजित करता है। इस बार भी 54 वार्डों में से श्रेष्ठ शिक्षक का चुनाव कर शिक्षक दिवस पर इनको सम्मानित किया जाना था। लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। जानकारी में आया है कि नगरनिगम के जनसंपर्क विभाग ने इसकी नोटशीट ही नहीं चलाई और न ही कमेटी का गठन किया।
एक माह पहले इसकी नोटशीट चलाकर कमेटी का गठन कर दिया जाता है। ऐसे में सम्मान समारोह आयोजित नहीं हो पाया। ज्ञात रहे कि 54 वार्डों के पार्षदों के जिम्मे श्रेष्ठ शिक्षक चुनने का दायित्व होता है। इन पार्षदों को कोई जानकारी भी नहीं मिली। दूसरा दायित्व एमआईसी सदस्य का भी रहा जोकि इस कार्यक्रम को करने के लिये तत्पर नहीं रहे और अपरिहार्य कारण बताकर इसको स्थगित करवा दिया।
मुख्यमंत्री ने शोक होने के बाद भी किया शिक्षकों का सम्मान
इधर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने पिता पूनमचंद यादव के उठावने से पहले शिक्षक सम्मान समारोह में जाना उचित समझा और उन्होंने माधव उत्कृष्ट विद्यालय पहुंंचकर 602 शिक्षकों का सम्मान शाल श्रीफल से किया। इसके पश्चात वे अथर्व होटल में आयोजित उठावने के कार्यक्रम में पहुंचे। इस तरह से उन्होंने इतने बड़े शोक होने के बावजूद अपना दायित्व निभाकर शिक्षकों का सम्मान कर उनको अभिभूत कर दिया।
सम्मान के रूप में ताम्रपत्र और 11 हजार रुपये
नगरनिगम द्वारा आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में चयनित शिक्षकों को ताम्रपत्र और 11 हजार रुपये दिये जाते हैं। लेकिन श्रेष्ठ शिक्षकों को इस बार इससे वंचित होना पड़ा। हालांकि इस समारोह को नगरनिगम का जनसंपर्क विभाग स्थगित करना बता रहा है। लेकिन शिक्षकों का सम्मान तो 5 सितम्बर को ही होता है। ऐसे में ऐसे श्रेष्ठ शिक्षक जोकि वास्तव में शिक्षा के प्रति समर्पित हैं, सम्मान समारोह नहीं होने से निराश हैं।
इनका कहना
शिक्षक सम्मान समारोह हाल फिलहाल स्थगित किया है। आगे इसको आयोजित किया जायेगा।
– प्रदीप सेन, जनसंपर्क अधिकारी नगर निगम