चाकू से 16 वार करने वाला 2 दिन की रिमांड पर, आज मुनिनगर के दो तालाब में होगी मोबाइल की तलाश
उज्जैन, अग्निपथ। नानाखेड़ा सी-21 मॉल के पीछे मकान में हुई प्रापर्टी ब्रोकर की हत्या का सोमवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। 8 दिन पहले हुई हत्या की वजह अप्राकृतिक कृत्य का दबाव बनाया जाना सामने आया है। गिरफ्त में आये युवक को पुलिस ने 2 दिनों की रिमांड पर लिया है।
एएसपी अमरेन्द्रसिंह ने बताया कि 15 फरवरी को अभिषेक नगर स्थित बंद मकान से प्रापर्टी ब्रोकर का काम करने वाले कृष्णपालसिंह राठौर उर्फ छोटे ठाकुर की लाश खून से लथपथ नग्न अवस्था में बरामद की गई थी। मामला जघन्य हत्या का होने पर पुलिस ने अपनी जांच कई पहलूओं पर शुरू की। जिसमें सामने आये तथ्यों के आधार पर रविवार देर शाम मंदसौर से आयुष नागर निवासी बहादुरगंज को हिरासत में लिया गया।
जिसने पूछताछ में हत्या करना कबूल करते हुए बताया कि 14 फरवरी की रात कृष्णपाल उसके साथ चाकू की नोंक पर अप्राकृतिक कृत्य करने का दबाव बना रहा था। उसने चाकू दिखाकर कपड़े उतारने को कहा और उसके आपत्तिजनक फोटो खींच लिये। विवाद होने पर उसके हाथ पर चाकू से चोंट भी लगी। उसके बाद कृष्णपाल ने अपने कपड़े उतारकर लाइट बंद कर दी।
उसी दौरान चाकू उठाकर उसने ताबातोड़ वार कर दिये। अगर वह उसे नहीं मारता तो बाद में कृष्णपाल उसकी हत्या कर देता। मृतक ने उक्त मकान की चाबी जैन परिवार से सौदा करने के लिये रखी थी, वह पहले भी दो बार उसे मकान पर लेकर पहुंचा था, उस वक्त ऐसी कोई बात नहीं हुई थी। एएसपी के अनुसार आयुष के अपराध कबूल करने के बाद उसे न्यायालय में पेश कर 2 दिन की रिमांड पर लिया गया है।
चाबी-मोबाइल दो तालाब में फेंका
प्रापर्टी ब्रोकर की 16 चाकू मारकर हत्या करने वाले आयुष ने पुलिस को बताया कि घटनाक्रम के बाद उसने खून से सने हाथ वहीं वॉल बेसिन में धोए और कुछ देर रुकने के बाद मृतक के अंडरगारमेंट्स के साथ मोबाइल उठाने के बाद मकान का ताला लगाकर अपनी सुजूकी एक्सेस से मुनिनगर के दो तालाब तक पहुंचा। जहां उसने मोबाइल, चाबी और कपड़े तालाब में फेंककर घर चला गया। जहां पहुंचकर खुद के कपड़े और गाड़ी का साफ कर उसे छुपा दिया। उसके बाद वह फरार हो गया। वह 8 दिनों तक दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड में घूमता रहा। एएसपी के अनुसार गिरफ्त में आये आयुष से चाकू, उसके कपड़े और गाड़ी बरामद कर ली गई है। मंगलवार को दो तालाब पहुंचकर पुलिस मोबाइल-चाबी की तलाश करेगी।
मृतक ने रुपये देने के बहाने बुलाया था
पुलिस पूछताछ में आयुष ने बताया कि वह चामुंडा माता चौराहा पर मेडिकल चलाता था। लॉकडाउन के बाद मेडिकल का काम बंद कर प्रापर्टी के काम से जुड़ गया था। उसकी पहचान कृष्णपाल से हो गई थी। उसने 18 हजार रुपये लिये थे, जिसे लौटाने के बहाने बुलाया था और अभिषेक नगर तक लेकर पहुंचा था।
आभूषण सोनी के यहां रखे
घटनाक्रम के बाद यह बात सामने आई थी कि मृतक कृष्णपाल की 2 अंगूठी, सोने की चेन गायब है। पुलिस जांच में पता चला कि मृतक की गाड़ी का कुछ माह पूर्व एक्सीडेंट हो गया था। जिसमें चलते उसने अपनी चेन-अंगूठी सुनार की दुकान पर रखकर 5 लाख रुपये लिये थे, जिससे गाड़ी का काम कराया था। हत्या के समय वह आभूषण नहीं पहने था।
खुलासे में रही भूमिका
एएसपी अमरेन्द्रसिंह ने बताया कि हत्या के मामले का खुलासा करने में एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ला के निर्देशन में सीएसपी वंदना चौहान, सायबर सेल प्रभारी योगेन्द्रसिंह सिसौदिया, नानाखेड़ा टीआई ओपी अहिर, सायबर सेल एसआई विक्रमसिंह चौहान, नानाखेड़ा एसआई तरुण कुरील, रोहित पटेल, प्रधान आरक्षक सुनील गौड़, विरेन्द्र शर्मा, भंवरलाल, अनिल आर्य सहित सायबर टीम के साथ स्मार्ट सिटी में लगे यातायात थाने के आरक्षक अमित कुमार जाटव की भूमिका रही है।