उज्जैन,अग्रिपथ। माधव नगर थाना क्षेत्र स्थित कंचनपुरा में रहने वाले युवक ने दोस्त के धमकाने पर जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। युवक ने दोस्त को ढाई लाख रुपए उधार दिलाए थे जब वापस मांगे तो दोस्त ने धमकाया और रुपए देने से इनकार कर दिया। इसी से आहत होकर युवक ने जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया।
जिला अस्पताल में भर्ती नरेंद्र सिंह निवासी कंचनपुरा फोटोग्राफर है। रोहित ने अपने दोस्त कृष्णा राठौर को मनी व्यू एप के माध्यम से ऑनलाइन लोन लेकर ढाई लाख रुपए उधार दिए थे। नरेंद्र ने बताया कि उसने अपने दोस्त रोहित ने घर में जरूरी काम होने की बात बताकर उससे रुपए उधार लिए थे। जब वापस मांगे तो पहले तो एक दो दिन का बोलकर टाल दिया और बाद में रिंकु नामक युवक से फोन लगवाकर धमकाया कि यदि रुपए मांगे तो उसे उठावा लेगा।
नवविवाहिता ने जहर खाया, मौत
झार्डा थाना क्षेत्र स्थित ग्राम काचरिया में रहने वाली नवविवाहिता ने मायके में जहर खा लिया। तबीयत बिगडऩे पर परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे जहां उपचार के दौरान महिला की मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
पुलिस ने बताया शोभा पति गिरधारी लाल उम्र 23 वर्ष का मई माह में विवाह हुआ था। शादी के बाद वह दो बार ही ससुराल गई। लंबे समय से वह मायके में रह रही थी। शोभा के भाई मुकेश ने बताया कि घटना के समय वह महिदपुर काम से गया था। शाम को जब वापस लौटा तो शोभा उसे घर में बेहोशी की हालत में मिली।
पहले उसे सरकारी अस्पताल लेकर गए बाद में प्राइवेट अस्पताल लेकर आए। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मुकेश ने बताया कि शोभा की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। पुलिस ने मर्ग कायम कर पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिय।
चिंतामण क्षेत्र स्थित मंदिर में वृद्ध ने फांसी लगाई, मौत
चिंतामण थाना क्षेत्र स्थित हनुमान मंदिर में वृद्ध ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल में शव रखवाया। पुलिस वृद्ध के परिजन अथवा परिचित का इंतजार कर रही है। पुलिस ने बताया चिंतामण चौराहे पर हनुमान जी का मंदिर है। यहां एक वृद्ध ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
होमगार्ड सैनिक अरविंद पाल ने पुलिस को बताया कि सुबह जब वह गश्त कर रहा था। इस दौरान मंदिर में दर्शन करने गया तो अंदर वृद्ध फंदे पर झूल रहा था। खबर लगने पर ग्रामीण मंदिर पहुंचे। सभी ने मृतक को पहचानने से इनकार कर दिया। क्षेत्र के लोगों ने बताया कि मृतक दो दिन से यहीं घूम रहा था और वह कहीं बाहर से आया हुआ था। रात में वह मंदिर परिसर में ही सो रहा था।
बन्दी सीताराम की इलाज के दौरान मौत
केन्द्रीय जेल भैरवगढ़ में निरूद्ध बंदी सीताराम पिता नानूराम की 4 सितम्बर को तबीयत खराब होने के कारण जेल चिकित्सक के परामर्श अनुसार जिला अस्पताल उज्जैन में भर्ती कर उपचार दिया जा रहा था। उपचार के दौरान 5 सितम्बर को जिला चिकित्सालय के चिकित्सक द्वारा एमव्हायएच इन्दौर रैफर किया गया। चिकित्सा विशेषज्ञ द्वारा बन्दी को इन्दौर एमव्हायएच में भर्ती कर उपचार दिया जा रहा था। इस दौरान उक्त बन्दी की मृत्यु उपचार के दौरान हो गई।