भस्मारती के नाम पर ऑटोचालक ने की 4 हजार रुपए की ठगी

उज्जैन, अग्निपथ। भगवान महाकालेश्वर की भस्म आरती के नाम पर फिर एक बार ठगी का मामला सामने आया है। एक ई रिक्शा चालक ने आगरा से आए डॉक्टर से भस्मआरती दर्शन कराने के नाम पर 4 हजार रुपए ठग लिए। डॉक्टर ने महाकाल थाने पहुंचकर शिकायत की तब मामला सामने आया।

मिली जानकारी के अनुसार सोहन प्रकाश निवासी आगरा पिछले दिनों महाकाल दर्शन के लिए उज्जैन आए थे। रेलवे स्टेशन से उन्होनें एक ई रिक्शा की और उज्जैन के मंदिरों में दर्शन किए। इसी दौरान ई रिक्शा चालक ने उन्हें बताया कि यहां भस्म आरती का बहुत महत्व है तो उन्होंने कहा कि भस्म आरती के बारे में उन्होंनें भी सुना है वो भी भस्मआरती में शामिल होना चाहते हैं।

सोहन प्रकाश ने पुलिस को बताया कि वह अपने दोस्त गगन शर्मा के साथ रविवार को महाकाल दर्शन के लिए आया था। रेलवे स्टेशन पर ई रिक्शा चालक मिला। उसने भस्म आरती दर्शन की जानकारी दी और बोला कि भस्मआरती में सोमवार सुबह शामिल हो पाएंगे पहले उज्जैन के अन्य मंदिरों में दर्शन कर लीजिए। सोहन प्रकाश और उनके दोस्त ने मंदिरों में दर्शन किए, इस दौरान ई रिक् शा चालक ने बताया कि भस्म आरती के लिए पहले परमिशन लेना पड़ी है वह कुछ पंडितों को जानता है जो उनका पूजन भी करा देंगे और भस्मआरती में भी शामिल हो जाएंगे। इसके लिए प्रति व्यक्ति 4 हजार रुपए देना होंगे।

दोनों श्रद्धालु उसकी बातों में आ गए और उसके द्वारा बताए गए मोबाइल नंबर पर ऑनलाइन 1200 और नकद 2800 रुपए दे दिए। चालक ने उन्हें कहा कि आधे रुपए दर्शन के बाद दे देना। रुपए मिलने के बाद ड्राइवर ने उन्हें एक पंडित से मिलवाया। पंडित ने भारत माता मंदिर के सामने स्थित 8 नंबर के दुकान संचालक से मिलवाया और कहा कि सुबह 3 से 4 बजे के बीच यहां आ जाना।

यह दुकान संचालक ही गेट नंबर 1 से भस्म आरती के लिए मंदिर में प्रवेश करा देगा। जब वे सुबह दुकान पर पहुंचे तो यहां कोई भी नहीं मिला। रिक्शा चालक ने जो मोबाइल नंबर दिया था वह भी बंद कर लिया। इसके बाद श्रद्धालु महाकाल थाने शिकायत करने पहुंचे।

Next Post

मोबाइल से जनरल रेलवे टिकट बुक कराने वालों की संख्या एक साल में दो गुना बढ़ी

Mon Sep 9 , 2024
यात्रियों को पसंद आ रहा रेलवे का यूटीएस मोबाइल एप, पिछले तीन महीने में सात लाख से अधिक ने बुक कराये टिकट उज्जैन, अग्निपथ। रेलवे में मोबाइल एप के जरिए टिकट बुक कराने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इसी साल अप्रैल से अगस्त के बीच सात लाख से […]