प्रायवेट अस्पतालों में भर्ती डेंगू के मरीजों की जांच की जायेगी
उज्जैन, अग्निपथ। बारिश के चलते मच्छरों का उत्पात शुरू हो गया है। दिन में हो या रात में मच्छर लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं। डेंगू का आतंक भी शहर में बढ़ रहा है। ऐसे में शहर के जिम्मेदार भी इस मामले में सर्तक हो गये हैं। महापौर मुकेश टटवाल का कहना है कि डेंगू का एक भी मरीज जिला अस्पताल में भर्ती नहीं है। सीएमएचओ डॉँ. अशोक पटेल का भी यही कहना है कि डेंगू की जांच जिला अस्पताल में कराने से ही सही परिणाम प्राप्त होते हैं। अभी तक एक भी मरीज इसका पीडि़त अपनी जांच करवाने के लिये नहीं आया है।
बारिश के कारण जलजमाव की स्थिति होने के कारण मच्छरों ने भी घरों सहित नाले नालियों में अपना डेरा जमा लिया है। घरों में तो बिना मच्छर अगरबत्ती के रहना दूभर हो रहा है। ऐसे में शहर में मच्छर जनित बीमारियां फैलने लगी हैं। इनमें वायरल फीवर और डेंगू से पीडि़त मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है।
हाल ही में उज्जैन महापौर मुकेश टटवाल ने जिला अस्पताल का दौरा किया था। यहां पर एक भी डेंगू का मरीज भर्ती नहीं मिला। हालांकि वायरल फीवर के मरीज बड़ी संख्या में वार्ड में भर्ती पाये गये। इधर एक ओर महापौर और सीएमएचओ शहर में एक भी डेंगू का मरीज नहीं पाये जाने की हिमायत कर रहे हैं। वहीं प्रायवेट अस्पतालों से खबर आ रही है कि यहां पर बड़ी संख्या में डेंगू के मरीज भर्ती हो रहे हैं।
जिला अस्पताल का एनालाइजर टेस्ट ही प्रमाणिक
सीएमएचओ डॉ. अशोक पटेल ने बताया कि जिला अस्पताल में किसी को शक हो तो वह अपना एनालाइजर टेस्ट करवा सकता है। यही टेस्ट प्रमाणिक और असली डेंगू टेस्ट है। प्रायवेट लैब में रैपिड टेस्ट किये जाते हैं, जोकि प्रमाणिक नहीं होते। प्रायवेट अस्पताल वाले डेंगू का भय दिखाकर जरूर मरीजों को भर्ती कर रहे हैं। लेकिन असली टेस्ट तो जिला अस्पताल के एनालाइजर टेस्ट से ही होता है। यही १०० प्रतिशत टेस्ट रिपोर्ट देता है।
शहर में मच्छरों के खात्मे के लिये शीघ्र होंगी 20 फागिंग मशीन शुरू- महापौर
अग्निपथ संवाददाता ने महापौर टटवाल से शहर में बढ़ते मच्छरों के प्रकोप को कम करने के बारे में बात की तो उन्होंने बताया कि एक दो दिन में शहर में फागिंग शुरू करवा दी जायेगी। नगरनिगम के पास छोटी २०-२२ फागिंग मशीन रखी हुई हैं। इनको दुरुस्त करवा कर शीघ्र ही फागिंग का काम शुरू करवा दिया जायेगा। प्रायवेट अस्पताल में यदि डेंगू के मरीज भर्ती हो रहे हैं तो वहां पर भी इसकी जांच की जायेगी। उनका यह भी कहना है कि डेंगू का मच्छर सुबह के समय काटता है। डेंगू और अन्य मच्छरों से बचाव के लिये उन्होंने तरीके भी बताये।