नियमित जलप्रदाय को लेकर माया त्रिवेदी ने निगमायुक्त पर पार्षदों के साथ बैठक नहीं करने पर नाराजगी जताई
उज्जैन, अग्निपथ। बारिश में गंभीर डेम अपनी पूर्ण क्षमता के साथ भर गया है। काफी इंतजार के बाद भगवान महाकाल की कृपा से सालभर का पानी इसमें आ गया है। लेकिन गंभीर डेम के भरने के साथ ही नियमित जलप्रदाय की मांग भी उठने लगी है। कांग्रेस नेत्री पार्षद माया त्रिवेदी ने भी नियमित जलप्रदाय को लेकर निगमायुक्त कक्ष का घेराव का एक सप्ताह पूरा होने के बाद भी इस पर कोई निर्णय नहीं लेने पर नाराजगी जताई है।
उज्जैन और इंदौर में शुरुआत में बारिश नहीं होने के कारण एक दिन छोडक़र एक दिन जलप्रदाय किया जाने लगा था। लेकिन इ्रंद्रदेव ने कृपा बरसाते हुए इंदौर का यशवंत सागर डेम को लबालब कर दिया था। लिहाजा वहां के पानी से गंभीर डेम पूरा भरा गया।
जलदेवता को धन्यवाद ज्ञापित करने के लिये महापौर मुकेश टटवाल, सभापति श्रीमती कलावती यादव, जलकार्य समिति प्रभारी प्रकाश शर्मा, विधायत सतीश मालवीय, निगमायुक्त आशीष पाठक सहित अन्य जनप्रतिनिधि और अधिकारियों ने अंबोदिया डेम पहुंंचकर भगवान बिल्केश्वर महादेव का पूजन कर जलदेवता को चुनर ओढ़ाई थी।
मीडिया ने इस दौरान महापौर और निगमायुक्त से नियमित जलप्रदाय को लेकर सवाल जवाब भी किये थे। जिस पर शीघ्र नियमित जलप्रदाय को लेकर निर्णय लेने की बात कही गई थी।
कांग्रेस पार्षदों के धरने को 8 दिन पूरे- त्रिवेदी
पिछले मंगलवार 3 सितंबर को कांग्रेस के पार्षद गणों में नगर निगम आयुक्त कार्यालय पर नियमित प्रतिदिन जलप्रपात प्रदाय करने की मांग को लेकर धरना दिया था। आयुक्त आशीष पाठक ने शीघ्र निर्णय कर आश्वासन दिया था। इस मामले को लेकर पार्षद माया राजेश त्रिवेदी ने बताया कि विभिन्न क्षेत्रों से आम जनता नियमित जलप्रदाय को लेकर के मांग कर रही है। चर्चा के बाद भी अभी तक इसको लेकर निगमायुक्त आशीष पाठक के साथ कोई बैठक न होने से पार्षदों में भी नाराजगी व आक्रोश है। ज्ञात रहे कि 3 सितम्बर को जब कांग्रेस पार्षदों ने उनके कक्ष का घेराव कर उनको ज्ञापन भेंट किया था। जिसमें नियमित जलप्रदाय करने की मांग की गई थी।
पंप सुधर जाएंगे तब लेंगे निर्णय- महापौर
इधर महापौर टटवाल से जब संवाददाता ने नियमित जलप्रदाय को लेकर पूछा तो उन्होंने बताया कि गंभीर डेम के आधे से ज्यादा पंप खराब पड़े हुए हैं। इनके संधारण का कार्य पूर्ण होने के बाद ही नियमित जलप्रदाय पर निर्णय लिया जायेगा। इनके संधारण का कार्य चल रहा है।