हॉस्टल में कूकर फटने से घायल होने के बाद भी 9 घंटे तक महिला से काम कराया

गंभीर हालत में शाम को अस्पताल लाए

उज्जैन, अग्निपथ। महाकाल थाना में चारधाम मंदिर के समीप स्थित नेताजी सुभाषचंद्र बोस बालक आदिवासी छात्रावास में मंगलवार सुबह 10 बजे प्रेस्टीज कूकर फट गया। हादसे में हॉस्टल में खाना बनाने का काम करने वाली महिला घायल हो गई। महिला के सिर, पीठ और छाती का हिस्सा बुरी तरह झुलस गया। इसके बावजूद हॉस्टल की वॉर्डन का दिल नहीं पसीजा। घायल अवस्था में घटना के 9 घंटे बाद तक महिला से काम करवाया गया। हॉस्टल में रात 8 बजे जब दूसरे कर्मचारी आए तो तो वे महिला को जिला अस्पताल लेकर आए। रात 8 बजे महिला का अस्पताल में उपचार शुरू हो पाया।

नेताजी सुभाषचंद्र बोस बालक आदिवासी छात्रावास में खाना बनाने का काम करने वाली महिला सुनीता सेन ने बताया कि मंगलवार सुबह 10 बजे कूकर में दाल चढ़ाने के बाद खोलते वक्त कूकर फट गया। जिससे वह बुरी तरह घायल हो गई। झुलसी हुई अवस्था में वह दिनभर काम करती रही। वार्डन सुभद्रा अग्रवाल ने अस्पताल नहीं जाने दिया। रात 8 बजे जब घर जा रही थी तो रास्ते में चक्कर आने लगे। तब कुछ लोगों ने पति को बुलाकर जिला अस्पताल पहुंचाया।

सुनीता को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सुनीता के साथ उसका पति जितेंद्र भी यहीं काम करता है। चार दिन पहले हॉस्टल के वार्डन ने उसे काम से हटा दिया था। जितेंद्र ने भी वार्डन सुभद्रा पर आरोप लगाते हुए कहा कि वार्डन परेशान करती थी। उन्होंने मुझे भी काम से निकाल दिया था।

सूचना के बाद महाकाल थाना पुलिस अस्पताल पहुंची और झुलसी महिला के बयान लिए। महिला के पति ने पुलिस के समक्ष आरोप लगाए कि सुबह 10 बजे की घटना है इसके बावजूद वॉर्डन ने पत्नी को शाम तक अस्पताल नहीं भेजा। हॉस्टल की वॉर्डन सुभद्रा अग्रवाल ने बताया कि उसे कुकर फटने की जानकारी नहीं थी।

ई-रिक्शा शिप्रा नदी में गिरा, कोई हताहत नहीं

उज्जैन, अग्निपथ। रामघाट पर ईरिक्शा ले जाने की छूट के चलते मंगलवार को बड़ा हादसा होने से बच गया। सुबह श्रद्धालुओं को लेकर शिप्रा नदी के तट पर पहुंचा ई रिक्शा शिप्रा नदी में जा गिरा। गनीमत ये रही रिक्शा में कोई यात्री नहीं था। जिसके चलते बड़ा हादसा होने से बच गया। घटना में बड़ी मुश्किल से ई रिक्शा को नदी से बाहर निकाला जा सका।महाकाल लोक बनने के बाद शहर में बीते दो वर्ष में 5000 से अधिक ई रिक्शा संचालित हो रहे है।

ऐसे में कई बार रिक्शा चालकों के स्टंट करते हुए तो कभी तेज गति से रिक्शा चलाने के वीडियो सामने आते रहते है। मंगलवार को एक ई-रिक्शा चालाक की लापरवाही के कारण शिप्रा नदी में जा गिरा। चालक नितिन जाधव सुबह रामघाट पर श्रद्धालु लेकर पहुंचा। य

हां श्रद्धालुओं को रामघाट पर उतारने के बाद ई रिक्शा घाट पर खड़ा कर दिया। सम्भवत: वो ब्रेक लगाना भूल गया। जिसके चलते रिक्शा शिप्रा नदी में गिर गया। असंतुलित हुए ई रिक्शा को एसडीआरएफ की टीम और अन्य लोगो ने मिलकर बाहर निकाला, हालांकि गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई।

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