तीनों मृतक भाई-बहन, जीजा गंभीर घायल
धार, बदनावर अग्निपथ। केदारनाथ दर्शन कर लौट रहे जिले के तीर्थयात्रियों में तीन लोगों की भूस्खलन के मलबे में दबने से मौत हो गई। तीनों मृतक भाई-बहन थे। जबकि इनके परिवार का एक सदस्य गंभीर घायल है। मृतकों का हरिद्वार में अंतिम संस्कार किया गया।
केदारनाथ में दर्शन कर लौट रहे लोगों पर पहाड़ गिरा है। पहाड़ के मलबे में दबने से पांच लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल हुए हैं। घटना में जान गंवाने वाले धार जिले के सरदारपुर के रहने वाले थे। वही एक घायल निपावली का है। घटना सोमवार रात की है जब केदारनाथ से यात्रा कर लोग वापस लौट रहे थे तभी सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच लेंड स्लाइड हो गया और पहाड़ भर भराकर लोगों पर आ गिरा।
हादसे के बाद हाहाकार मच गया और तुरंत मलबे में दबे लोगों को निकालने का काम शुरू हुआ। हादसे में 5 लोगों की मौत हुई है जिनमें धार जिले के सरदारपुर के रहने वाले गोपाल, दुर्गाबाई और समन बाई शामिल हैं। साथ ही निपावली के रहने वाले छगनलाल गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
सगे भाई-बहनों की मौत
बताया जा रहा है कि 25 अगस्त को गोपाल पत्नी व दोनों बहनों व जीजा के साथ 20 दिन की केदारनाथ यात्रा पर गए थे। कुछ दिन बाद यात्रा पूरी कर उन्हें घर लौटना था, लेकिन उससे पहले ही ये हादसा हो गया। तीन दिन पहले ही गोपाल ने पत्नी व बहनों के साथ केदारनाथ यात्रा के दौरान फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर डाली थी। जानकारी के मुताबिक मंदिर से दर्शन के बाद तीर्थ यात्रियों को 12-12 के समूह में अपने पड़ाव की ओर वापस भेजा जा रहा था तभी ये हादसा हुआ।
रेडक्रॉस से 50 हजार रुपए राशि स्वीकृत
सरदारपुर एसडीएम मेघा पंवार ने बताया कि धार कलेक्टर प्रियंक मिश्रा द्वारा उत्तराखंड में केदारनाथ यात्रा के दौरान भूस्खलन में जिले के सरदारपुर विकासखंड के ग्राम जिंझोटा के गोपाल पिता बगदीराम, समनबाई पति सालगराम और ग्राम दुर्गाबाई पति छगनलाल की मृत्यु होने पर परिवारजनों को उनकी हरिद्वार में अंत्योष्टि के लिए रेडक्रॉस से 50 हजार रुपए और ग्राम निपावली के घायल छगन पिता बगदीराम के उपचार के लिए 50 हजार रुपए की राशि स्वीकृत की है।
धार से 40 लोग दर्शन करने गए थे
धार जिले के 40 लोग बस से केदारनाथ दर्शन करने गए थे। सोमवार दोपहर बाद केदारघाटी में भारी बारिश हुई। सोनप्रयाग से करीब आधा किलोमीटर आगे गौरीकुंड के पास केदारनाथ पैदल मार्ग पर भूस्खलन हो गया। इस दौरान वहां से पैदल गुजर रहे तीर्थ यात्री पहाड़ी से आए पत्थर और मलबे की चपेट में आ गए।हादसे की सूचना रुद्रप्रयाग आपदा कंट्रोल रूम को दी गई। मौके पर स्थानीय पुलिस, एसडीआरएफ की टीम पहुंची और रेस्क्यू शुरू किया व घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए गुप्तकाशी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहाँ उनका इलाज जारी है।
पत्थर गिरने से पत्नी का हाथ छूटा
धार जिले से उत्तराखंड गए लोगों में झींझोटा गांव से 5 और निपावली से दो लोग भी शामिल थे। झींझोटा के तोलाराम धाकड़ ने बताया कि इस दल में शामिल छगनलाल काकर से रविवार को बातचीत हुई थी। छगन ने बताया था कि वह केदारनाथ की चढ़ाई चढ़ रहा है। छगनलाल पत्नी दुर्गा का हाथ पकडक़र चल रहा था। अचानक छगनलाल के हाथ पर एक बड़ा पत्थर आ गिरा। इससे दुर्गा बाई का हाथ छूट गया। छगन एक पेड़ की साइड में आ गया जबकि पत्नी पत्थर की चपेट में आ गई। उसका कुछ पता नहीं चला।