लैब टेक्निीशियन को ग्राउंड फ्लोर पर रिपोर्ट देने और लाने को कहा
उज्जैन, अग्निपथ। सिविल सर्जन डॉ. अजय दिवाकर की कार्यप्रणाली से व्यवस्थाओं में सुधार आना शुरू हो गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रोटोकाल को लेकर डॉक्टर्स और पैरामेडिक स्टाफ को सतर्क रहने के निर्देश प्रदान किये हैं। साथ ही चरक अस्पताल के लैब स्टाफ को शाम को कार्य करने और आने के सख्त आदेश दिये हैं।
मुख्यमंत्री के प्रोटोकाल को लेकर पूर्व में डॉक्टर्स और पैरामेडिक स्टाफ द्वारा लापरवाही बरती जा रही थी। ऐन टाइम पर अपना मोबाइल बंद लेना और उपस्थित नहीं होना परेशानी का कारण बन रहा था। सिविल सर्जन डॉ. दिवाकर ने जब इस तरह की व्यवस्था देखी तो उन्होंने डॉक्टर्स और पैरोमेडिक स्टाफ को अपना मोबाइल फोन हर समय चालू रखने के निर्देश दिये। ताकि मुख्यमंत्री के औचक आगमन के दौरान उनके प्रोटोकाल का पूरी तरह से पालन किया जा सके। इसके आदेश भी निकाला गया है। ज्ञात रहे कि मुख्यमंत्री के प्रोटोकाल के लिये 35 पैरामेडिक स्टाफ को नियुक्त किया हुआ है।
उपर जाकर रिपोर्ट लाओ, मरीज को दो
चरक अस्पताल में सेंट्रल लैब स्थित है। यहां के टेक्नीशियन दोपहर तक तो अच्छा काम करते हैं। लेकिन शाम को इसमें लेतलाली की जाती है। कुछ कर्मचारी तो शाम के समय गायब भी हो जाते हैं। मरीज अथवा उनके परिजनों को अपनी रिपोर्ट लेने के लिये उपर जाना पड़ता है। लेकिन सिविल सर्जन ने ग्राउंड फ्लोर पर ही टेस्ट रिपोर्ट देने की व्यवस्था की है। परिजन की जगह लैब कर्मचारी को रिपोर्ट लाकर देना पड़ रही है।
इनका कहना
स्वास्थ्य सेवाओं में कसावट का प्रयास किया जा रहा है। – डॉ. अजय दिवाकर, सिविल सर्जन