मातहत पर घूस मांगने के आरोप लगाने पर बिफरे भी
उज्जैन,अग्निपथ। बृहस्पति भवन परिसर में मंगलवार को 20 मिनट तक अलग ही नजारा दिखाई दिया। करीब आधा दर्जन किन्नरों ने फंड रिलीज करने की बात पर कलेक्टर आशीष सिंह को घेर लिया।
समझाइश पर भी किन्नर नहीं माने तो कलेक्टर को कोरे कागज पर फंड के संबंध में लिखकर देना पड़ा।
श्रीहरि वैश्विक वैष्णव संघ से जुड़े किन्नर पिया व अर्चना गुरू अजयदास के नेतृत्व में मंगलवार दोपहर बृहस्पति भवन पहुंचे। जनसुनवाई कर बाहर निकलते ही उन्होंने कलेक्टर सिंह को घेर लिया। मांग की शासन ने संस्था के लिए 70 हजार रुपए जारी किए हैं, लेकिन एक अधिकारी ने घूस के लिए राशि रोक दी।
कलेक्टर ने फंड नहीं आने का कहते हुए आरोपों को झूठा बताया और फंड आते ही रिलीज करने का वादा किया, लेकिन किन्नर अड़ गए। लिखित में देने की मांग की। तब कलेक्टर श्री सिंह ने उन्हें कार्यालय में आकर लिखित में लेने का कहा, किंतु वह कलेक्टर की कार के आगे ही डटे रहे। अंतत: 20 मिनट घटनाक्रम चलने के बाद कलेक्टर को हाथ से कोरे कागज पर फंड आने पर रिलीज करने का लिखकर देना पड़ा तब जाकर किन्नर हटे।
क्या है मामला
किन्नर अर्चना ने बताया कि शासन किन्नर व कोयट समुदाय के लिए जिलों को दो-दो लाख का फंड देता है। उनके संघ ने किन्नरों के लिए 14, 15 व 16 जनवरी को हासामपुरा में कार्यशाला आयोजित की थी। कलेक्टर ने भी राशि जारी करने का लिखकर दिया था। शासन से 70 हजार रुपए आ भी गए, लेकिन अधिकारी रिश्वत खाने की मंशा रखते है इसलिए जारी नहीं किए।
हत्यारों को फांसी की मांग, पूरा गांव आया
झारडा स्थित ग्राम खरेलिया मानपुर में 15 फरवरी को ललित नाथ योगी की हत्या कर दी गई थी। दर्जनों ग्रामीण रैली के रूप में नारे लगाते हुए जनसुनवाई मेें पहुंचे। आरोप लगाया कि झारडा पुलिस ने प्रकरण में सिर्फ सुरेशसिंह को पकड़ा है, जबकि तीन चार अन्य लोग भी वारदात में शामिल थे। उन्होंने अन्य आरोपियों को भी पकडऩे और सभी को फांसी देने की मांग करते हुए मृतक के बच्चों को सहायता दिलवाने की मांग की।