चार दिनों से हो रही भारी बारिश ने छिना किसानों के मुंह का निवाला

खेतों में भरा पानी, बारिश नहीं रुकी तो फसल सडऩे की आशंका

नलखेड़ा, अग्निपथ। नगर व क्षेत्र में पिछले दिन से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण किसानों की खेतों में पड़ी सोयाबीन की फसल को भारी नुकसान हुआ। एक बार फिर प्रकृति की मार के आगे किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

गुरुवार से लगातार हो रही भारी बारिश के चलते किसानों की खेतों में खड़ी एवं कुछ किसानों की कटी हुई सोयाबीन फसल को भारी नुकसान हुआ। इसके चलते किसान प्रकृति को कोस रहा है। भारतीय किसान संघ के जिला अध्यक्ष रामनारायण तेजरा सहित अन्य किसानों ने बताया कि गुरुवार से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण सोयाबीन की फसल में 50 प्रतिशत से अधिक नुकसान हुआ है। लगातार बारिश के कारण सोयाबीन की फसल दागी हो गई है। तेजरा ने बताया कि क्षेत्र के कुछ किसानों ने बारिश के पूर्व ही सोयाबीन की फसल निकाल ली थी लेकिन अधिकांश किसानों की फसलें अभी भी खेतों में और खलियान में पड़ी हुई है बेमौसम हुई भारी बारिश के कारण खेतों में पानी भरा हुआ है जिसके चलते किसान खेत में भी नहीं जा पा रहा है। किसानों ने बताया कि गुरुवार से शुरू हुई तेज बारिश का दौर रविवार को भी जारी रहा।

रविवार को भी कई ग्रामों में बहुत तेज बारिश हुई जिसके चलते बारिश के पानी से खेत लबालब हो गए उन्होंने बताया कि कई खेतों में सोयाबीन की फसल खड़ी है व कुछ खेतों में सोयाबीन की फसल कटी हुई पड़ी है जिन खेतों में पानी भरा हुआ है वहां सोयाबीन की फसल सडऩे की आशंका है। तहसील क्षेत्र के ग्राम खेलागांव टोलक्याखेड़ी, रिंडोली, कोहडिया, गोंदलमऊ सहित अनेक ग्रामों में शुक्रवार को भी तेज बारिश हुई जिसके चलते खेतों में पानी भर गया।

किसानों ने बताया की जब तक बारिश बंद नहीं होगी व तेज धूप नहीं निकलती तक खेतों का पानी नहीं सुख पायेगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए किसानों को करीब 8 से 10 दिन इंतजार करना पड़ेगा उसके बाद ही खेतों में किसान जा सकेंगे। किसानो ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से अति शीघ्र नष्ट हुई सोयाबीन की फसल का सर्वे कराकर मुआवजा देने की मांग की है।

भारतीय किसान संघ के जिलध्यक्ष रामनारायण तेजरा ने बताया कि किसान सोयाबीन की फसल मंडी में बेचता है उसके बाद जो पैसा आता है उसे पैसे से किसान गेहूं और चने की बुवाई करता है लेकिन इस बार हुई भारी बारिश के चलते सोयाबीन नष्ट होने की कगार पर है ऐसे में किसान गेहूं और चने की बुवाई कैसे करेगा। तेजरा ने प्रशासन से मांग की है की अति शीघ्र सोयाबीन की नष्ट हुई फसल का सर्वे करा कर किसानों को मुआवजा प्रदान करें।

अतिवृष्टि से नष्ट फसलों का मुआवजा व बीमा राशि दिलवाने के लिए पूर्व विधायक ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

नलखेड़ा, अग्निपथ। सुसनेर विधानसभा क्षेत्र में चार दिनों से हो रही तेज तेज बारिश के कारण किसानों की सोयाबीन की फसलें पूर्णता नष्ट हो चुकी है नष्ट हुई फसलों का मुआवजा व बीमा राशि दिलवाने के लिए क्षेत्र के पूर्व विधायक राणा विक्रमसिंह ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखकर अति शीघ्र मुआवजा राशि स्वीकृत करने की मांग की है।

रविवार को पूर्व विधायक राणा विक्रमसिंह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखकर मांग की गई कि सुसनेर विधानसभा क्षेत्र में विगत तीन चार दिनों से हुई अतिवृष्टि से सोयाबीन की फसलों को बहुत अधिक नुकसान हुआ है। मेरे द्वारा विधानसभा क्षेत्र के ग्रामों में भ्रमण के दौरान देखा गया कि किसानों की फसलें अतिवृष्टि से पूर्ण रूप से नष्ट हो चुकी है जिसके कारण किसानों की आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है। किसानों कि उक्त दयनीय स्थिति को देखते हुए क्षेत्र में सोयाबीन की फसलों में हुए नुकसान का मुआवजा एवं बीमा राशि स्वीकृत की जाए राणा ने मुख्यमंत्री से अति शीघ्र मुआवजा व बीमा राशि स्वीकृत करने की मांग की।

कुंडालिया डैम के 2 गेट खोले

क्षेत्र के सबसे बड़े कुंडलिया डैम के केचमेंट एरिया व क्षेत्र में हो रही लगातार चार दिनों से हो रही बारिश के चलते डैम में लगातार पानी की आवक बढ़ रही है इसके चलते कुंडलिया डैम के रविवार को दो गेट खोले गए। इस कारण प्रशासन द्वारा निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया गया।

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