पुष्कर से पकड़ाई युवती ने बताया कि अजमेर निवासी राजेन्द्र और दिलीप ने खाता खुलवाकर 21 लाख ट्रांसफर करवाए थे
उज्जैन, अग्निपथ। हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड कंपनी के रिटायर्ड अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट कर ढाई करोड़ रुपए की ठगी करने के मामले में पुलिस ने एक युवती को राजस्थान के पुष्कर से गिरफ्तार किया तथा उसकी निशानदेही पर अजमेर से दो आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है।
पकड़ाए आरोपी राजेन्द्र और दिलीप ने युवती के खाते में 21 लाख रुपए ट्रांसफर करवाए थे। पूछताछ के बाद पुलिस ने युवती को कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया है। माधवनगर टीआई राकेश भारती ने बताया 26 वर्षीय आरोपिता का नाम सेठा पिता कम्मा सिंह रावत है जो पुष्कर (राजस्थान) की रहने वाली है। उसके पिता सुपरवाइजर का काम करते हैं।
आरोपिता के किसी परिचित ने लालच देकर उसे अपना अकाउंट खोलने के लिए कहा था और बाद में उसके खाते में 21 लाख रुपए ट्रांसफर हुए थे। इसके बाद पुलिस ने अजमेर में दबिश दी और वहाँ से राजेन्द्र रावत और दिलीप चावंड को गिरफ्तार किया और अपने साथ उज्जैन ले आई। थाने पर पकड़ाए आरोपियों से ठगे गए रुपयों के बारे में पूछताछ की जा रही है और इस मामले में और भी आरोपियों का नाम पता चलने की उम्मीद है।
घटनाक्रम एक नजर में
दरअसल, मंगल कॉलोनी में रहने वाले 75 वर्षीय रवींद्र पिता भालचंद्र कुलकर्णी हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के रिटायर्ड अधिकारी हैं। उन्होंने 20 सितंबर को माधवनगर थाने में शिकायत की थी कि उनके मोबाइल पर 10 सितंबर को हेमराज कोली नामक व्यक्ति ने फोन किया था। कोली ने खुद को मुंबई पुलिस का सब इंस्पेक्टर बताते हुए अंधेरी थाने में पदस्थ होना बताया था। कोली ने कहा था कि कुलकर्णी के खिलाफ मनी लॉड्रिंग के 17 केस दर्ज हैं। अश्लील वीडियो संबंधी शिकायतें भी हैं। इसमें 3 साल की कैद और 5 लाख रुपए का जुर्माना हो सकता है।
कुलकर्णी को डिजिटल अरेस्ट कर धमकाया था। डर के कारण कुलकर्णी ने 11 से 13 सितंबर तक ठग द्वारा दिए बैंक खातों में अपने व पत्नी के खाते से 2.55 करोड़ रुपए ट्रांसफर कर दिए। माधवनगर पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि आरोपिता सेठा पिता कम्मा सिंह रावत के खाते में 21लाख रुपए ट्रांसफर हुए हैं।