शासन से मिले आदेश के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने दिए निर्देश, पुलिस थानों में चरित्र प्रमाण पत्र बनवाने वालों की भीड़
उज्जैन, अग्निपथ। अब उज्जैन में निजी स्कूल संचालकों को भी अपने यहां कार्यरत सभी कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन कराना अनिवार्य होगा। इसके बाद शहर के पुलिस थानों में पुलिस वेरिफिकेशन करवाने वालों की भीड़ लगने लगी हैं। उल्लेखनीय है कि बच्चों के साथ होने वाली घटनाओं के बाद अब शिक्षा विभाग विद्यार्थियों की सुरक्षा को लेकर अलर्ट हो गया है।
जिला शिक्षा अधिकारी ने एक संयुक्त आदेश जारी कर जिले में संचालित सभी निजी स्कूलों के संचालक एवं प्राचार्य को तीन दिनों के अंदर स्कूलों में कार्यरत सभी शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक स्टाप व कर्मचारियों का चरित्र एवं पुलिस सत्यापन कराने को कहा गया है।
जारी आदेश में कहा गया है कि वर्तमान में मासूम बच्चों के साथ जो निंदनीय घटनाएं हो रही हैं। उनको देखते हुए ये आवश्यक हो गया है कि आपके विद्यालय में आप यह सुनिश्चित करें कि कार्यरत समस्त शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक स्टाफ का चरित्र एवं पुलिस सत्यापन किया गया हो।
अगर स्टाफ में कोई शिक्षक, खेल शिक्षक, केयर टेकर, कम्प्यूटर आपरेटर आदि तथा गैर शैक्षणिक स्टाफ, गार्ड, सफाईकर्मी, माली, बस ड्राइवर, कंडक्टर, क्लीनर, विद्युतकर्मी आदि का चरित्र एवं पुलिस सत्यापन यदि नहीं कराया गया हो तो सत्यापन तीन दिवस में अनिवार्य रूप से कराएं।
छुपे बदमाशों में छायेगा डर
शहर के स्कूल स्टाफ का पुलिस वेरिफिकेशन होने से सफेदपोश बदमाशों में भी पुलिस का डर रहेगा। वेरिफिकेशन न होने से यह ढके छुपे बदमाश कोई भी घटना को अंजाम देने से पहले एक बार अवश्य ही सोचेंगे। पुलिस के स्कूलों से दूरी रखने के कारण इस तरह के बदमाश छोटी बच्चियों के साथ दुर्घटना कारित कर देते हैं।