बोहरा समाज ने चक्काजाम किया, कुत्ते के कारण तीसरी मौत, बाजार बंद कराया
उज्जैन, अग्निपथ। शुक्रवार को केडी गेट स्थित बोहरा बाखल में सात वर्षीय बच्ची इंसिया की कुत्ते के कारण मौत हो गई। परिवार का आरोप है कि कुत्ते के पीछे दौडऩे के कारण बच्ची ने दहशत में आकर दौड़ लगा दी, जिसके चलते उसकी मौत हो गई। घटना का सीसीटीवी सामने आया है, जिसमें बच्ची कुत्ते को देखकर दौड़ लगाते हुए दिखाई दे रही है। मामले की सूचना पाकर समाजजनों ने बोहरा बाखल की सभी दुकानें बंद करवा दी और चक्काजाम कर दिया। कांग्रेस विधायक महेश परमार भी इस दौरान मौके पर पहुंच गये थे।
फ्रीगंज क्षेत्र में व्यवसाय करने वाले मुस्तफा लोहेवाले की सात वर्षीय मासूम बेटी इंसिया सेंटपाल स्कूल में कक्षा पहली की छात्रा है। उसका शुक्रवार को एग्जाम था। वो करीब डेढ़ बजे घर पहुंची, जिसके बाद वो करीब 2.15 बजे बोहरा बाखल स्थित घर के बाहर खेल रही थी। इस दौरान उसने एक स्ट्रीट डॉग को देखा और डर गई। इसके बाद उसने घर की तरफ दौड़ लगा दी। घटना सीसीटीवी में कैद हुई है। बच्ची के फूफा कुदुबुद्दीन अगरबत्तीवाला ने बताया कि घर में पहुंचने के बाद बच्ची निढाल हो गई और उसे वोमेटिंग हुई। इसके बाद उसे दो अलग-अलग निजी अस्पताल में ले जाया गया, दोनों ही जगह उसकी मौत की पुष्टि कर दी गई।
भडक़े रहवासियों ने किया प्रदर्शन
इधर कुत्ते की दहशत से हुई मौत की खबर के बाद बड़ी संख्या में बोहरा समाज के लोग एकत्रित हो गए और उन्होंने कमरी मार्ग का बाजार बंद करवा दिया। कांग्रेस विधायक महेश परमार सहित कई लोग उनके समर्थन में आ गए और चक्का जाम कर दिया। विधायक महेश परमार ने कहा कि शर्म की बात है कि मुख्यमंत्री के गृहनगर में इस तरह से कुत्ते के काटने से तीन मौत हो जाने के बाद भी नगर निगम प्रशासन जागा नहीं है। डूब मरना चाहिए इन अधिकारियो को जो आम लोगो की रक्षा नहीं कर सकते है। हमारी मांग है की शहर को कुत्तों के आतंक से जल्द मुक्त करे वरना बड़ा आंदोलन शहर में किया जाएगा।
कई लोगों को शिकार बना रहे है स्ट्रीट डॉग
शहर में डॉग बाइट की बढ़ती घटनाओं पर लगाम नहीं लग पा रही रही हैं। आए दिन यहां कोई न कोई कुत्तों के हमलों का शिकार हो रहा है। प्रति माह 150 से ज्यादा लोगों को स्ट्रीट डॉग अपना शिकार बना रहे हैं। बीते दिनों महाकाल के दर्शन करने आए कुछ श्रद्धालु भी कुत्तों के हमलों का शिकार हुए। अब शहर में भी कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ रहा है। स्ट्रीट डॉग के कारण कई लोगों की मौत हो चुकी है। शहर में कुत्तों से अब आम लोग इतना डर रहे है की उनको देखकर लोग अपना रास्ता बदल लेते है।
कुत्ते के काटने से हो चुकी है युवक की मौत
उज्जैन के गणेश नगर के रहने वाले ऑटो चालक मनोज शर्मा के पुत्र सोनू शर्मा (17) फैक्ट्री में काम करता था। सुबह जल्दी नागझिरि क्षेत्र में क्रॉस होकर जा रहा था। इस दौरान वहीं के स्ट्रीट डॉग ने उसे काट लिया था। काटने के 20 दिन बाद तबीयत बिगडऩे लगी। उसमें रैबीज के लक्षण दिखाई देने लगे थे। सोनू हवा और पानी से डरने लगा था। वह रेबीज से संक्रमित हो चुका था।
शासकीय जिला अस्पताल में सोनू का इलाज करवाया। उसे अमलतास, पुष्पा मिशन सहित इंदौर के एमवाय अस्पताल भी ले गए, लेकिन जान नहीं बच सकी। 6 सितंबर को उसकी मौत हो गई। वहीं बोहरा समाज के ही असगर अली कागजी अपने घर से बाहर निकल कर जा रहे थे, इस दौरान एक कुत्ता उनके पीछे लग गया। गिरने से घायल उनकी मौत हो गई थी। वहीं इसी समाज की महिला अपने बच्चों को स्कूटी पर बैठाकर डाबरीपीठा से निकल रही थी। कुत्ते के पीछे पडऩे से स्कूली असंतुलित होकर टकरा गई थी।
मेरी ओर से कोई बयान जारी नहीं हुआ- रजत मेहता
सोशल मीडिया पर एमआईसी सदस्य और पार्षद रजत मेहता को लेकर एक बयान चला जिसमें उनकी ओर से भाजपा बोर्ड को इस मामले में जिम्मेदार माना गया। लेकिन बाद में सोशल मीडिया पर इस बयान को लेकर स्पष्टीकरण सामने आया जिसमें कहा गया कि एमआईसी सदस्य रजत मेहता ने बताया की मैंने अपने भाजपा बोर्ड के खिलाफ कोई टिप्पणी सोशल मीडिया पर शेयर नहीं की है। मेरे विरोधियों ने किसी दूसरे मेहता का नाम मुझसे जोडक़र मेरी छवि धूमिल करने के लिए यह साजिश की है। हालांकि उन्होंने उज्जैन में कुत्ते काटने की बढ़ती घटना पर दु:ख जताया है।
एमआईसी सदस्य मेहता ने दैनिक अग्निपथ को बताया कि चैनल द्वारा किसी दूसरे मेहता नाम के व्यक्ति से बात कर समाचार का प्रकाशन कर दिया गया था। मेरी तरफ से ऐसा कोई बयान जारी नहीं किया गया है। पूर्व में मेरे द्वारा ही निगम कमिश्नर को लिखित में कुत्तों के बढ़ते आतंक को कम करने को लेकर कोई अधिनियम बनाने को कहा गया था। इस घटना के बाद एक बार फिर इसको लेकर निगम कमिश्नर पर दबाव बनाया जायेगा।