महाकाल मंदिर से निकली उमा माता की सवारी

शिप्रा तट पर पूजन-अर्चन और जवारे विसर्जन किये गये

उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में 28 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चले उमा सांझी महोत्सव के तहत शुक्रवार को भगवान श्री महाकालेश्वर की भांति वर्ष में एक बार निकलने वाली श्री उमा माता की सवारी महाकाल मंदिर के आंगन से सायं 4 बजे राजसी थाठ-बाट से निकली। शहर के विभिन्न मार्गो से भ्रमण करते हुए सवारी शिप्रा तट पहुंचेगी। शिप्रा में जवारे व संझा विसर्जन किये गये। शिप्रा घाट से सवारी वापस मंदिर पहुंची।

शुक्रवार को श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में उमा माता के चांदी की प्रतिमा का पूजन-अर्चन मंदिर के पुजारी, पुरोहितों द्वारा किया गया। इस दौरान मंदिर समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल, प्रतीक द्विवेदी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी आरके तिवारी भी मौजूद थे। उमा माता को रजत पालकी में विराजित कर नगर भ्रमण के लिए रवाना किया।

पालकी में विराजित उमा माता के दर्शन के लिए सवारी मार्ग पर श्रद्धालु मौजूद थे। सवारी के साथ डोल रथ पर गरूड़ पर माताजी तथा भगवान महेश विराजित होकर निकले। सवारी के आगे घुडसवार, पुलिस बल तथा मंदिर के पुजारी-पुरोहित एवं श्रद्धालु भी शामिल थे।

गौरतलब है कि श्री महाकालेश्वर मंदिर में उमा सांझी महोत्सव का आयोजन 28 सितंबर से 2 अक्टूबर तक किया गया। इस दौरान उमा सांझी महोत्सव के पांच दिवसीय आयोजन के तहत मंदिर परिवार के पुजारी, पुरोहितों द्वारा प्राचीन शिला पर प्रतिदिन रंगोली से संजा का निर्माण कर भगवान श्री महाकालेश्वर के विभिन्न स्वरूपों की झांकी सजाई गई।

वहीं शाम के समय मंदिर प्रांगण में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों शालेय विद्यार्थियों के लिए प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। महोत्सव के तहत ही चंद्रर्शन की द्वितीया तिथि पर उमा माता की सवारी निकलती है।

इन मार्गो से निकली सवारी

पंच दिवसीय उमा सांझी महोत्सव के पश्चात अश्विन शुक्ल द्वितीया (चन्द्र दर्शन) 4 अक्टूबर को परम्परानुसार मंदिर प्रांगण से उमा माता की सवारी निकाली गई। शुक्रवार को शाम 4 बजे श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप पूजन पश्चात उमा माता की सवारी महाकाल चौराहा, महाकाल घाटी, तोपखाना, दौलतगंज चौराहा, नईसडक़, कंठाल, सराफा, छत्रीचौक, गोपाल मन्दिर, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा, बक्षीबाजार, कार्तिक चौक, मोढ़ की धर्मशाला, रामानुज कोट होते हुए मां शिप्रा के तट पर पहुंची। शिप्रा तट रामघाट पर जवारे, संजा विसर्जन एवं पूजन के पश्चात् सवारी कहारवाड़ी, बक्षी बाजार एवं महाकाल रोड़ होते हुए वापस श्री महाकालेश्वर मन्दिर पहुंचा।

सवारी प्रारंभ हो गई इसके बाद पहुंचा पुलिस बैंड

 

श्री महाकालेश्वर मंदिर से शुक्रवार शाम को उमा माता की सवारी शाम चार बजे प्रारंभ हुई। इस दौरान सवारी के मंदिर के बाहर आने के बाद पुलिस बैंड नही पहुंच सके। लिहाजा सवारी को ढोल के साथ आगे बढ़ाया गया। समय पर बैंड नही पहुंचने को लेकर कई लोगों ने आपत्ति जताई। सवारी प्रारंभ होने के बाद आगे से बैंड भी शामिल हो गए थे। सवारी के कुछ ही दूर पहुंचने पर पुलिस बैंड शामिल हो गया था। सवारी प्रोटोकाल के तहत ही निकली है।

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