न तो यातायात जवान रहता तैनात और ना ही संकेतक लगे
उज्जैन, अग्निपथ। चिमनगंज मंडी से एमआर-5 रोड पर जाते हुए तीन स्कूल पड़ते हैं। इन स्कूलों के बच्चों की जान को हर समय खतरा बना रहता है। सबसे ज्यादा खतरा तो सांदीपनि नगर में इस रोड पर स्थित स्कूलों के बच्चों को है। यहां पर एक क्रॉसिंग बना कर रखी गई है। यहीं से बच्चे स्कूल के लिये क्रॉस होते हैं और सामने से तेज गति से ट्रक और अन्य वाहन आ जाते हैं।
इस एमआर-5 रोड पर पहले तो सेंटपॉल स्कूल पड़ता है। यहां के संचालक ने अपने प्रायवेट व्यक्तियों को रोड क्रॉस करवाने के लिये लगा कर रखा है। साथ ही बेरिकेड्स भी ऐसे लगाये गये हैं, कि तेज गति से आ रहे वाहन चालकों को रुककर वाहन ले जाना पड़ते हैं। लेकिन इसके आगे चलने पर सांदीपनि नगर के इसी रोड पर स्थित महर्षि सांदीपनि हाईस्कूल और आलोक हायर सेकेंडरी स्कूल लगता है। इन दोनों स्कूलों के बच्चे सुबह और दोपहर के समय दूसरी ओर से रोड क्रॉस करते हैं। इनके अभिभावक भी अपने वाहनों से बच्चों को इसी क्रॉसिंग से पार होते हैं। यदि वाहन चालक दूसरी ओर नहीं देखे तो दूसरी ओर से तेज गति से कार, ट्रक और अन्य वाहन आते रहते हैं। इस रोड पर स्कूल के समय यातायात पुलिस ने एतिहात के तौर पर बेरिकेड्स आदि भी नहीं लगाये हैं। ताकि बच्चों के जान बच सके।
सिग्नल लगा दिये जायें तो हो सुरक्षा
यदि इस क्रॉसिंग पर यातायात सिग्नल लगा दिये जायें तो बच्चों को इस रोड को क्रॉस करने में कोई परेशानी नहीं आयेगी। वाहन चालक भी अलर्ट होकर अपने वाहन रोक देंगे। दूसरी ओर से आ रहे वाहन भी रुक जायेंगे। लेकिन प्रशासन के पास इतना समय नहीं है कि वह बच्चों की सुरक्षा के लिये कोई उपाय करे। इसी रोड से जिला प्रशासन के बड़े बड़े अधिकारी अपनी कारों से गुजरते हैं। प्रतिदिन यहां से ढेरों वीआईपी गुजरते हैं, लेकिन सालों हो गये इसी तरह का ढर्रा चलते हुए।
चालान काटते हुए अवश्य दिख जायेंगे
यातायात पुलिस एमआर-5 रोड पर तभी आती है, जब उसको ट्रक और अन्य वाहनों के चालान बनाने होते हैं। रात्रि के समय सेंटपॉल स्कूल के सामने खड़े होकर यह वाहनों को रोकते दिखाई दे जाते हैं। यहां पर रात्रि के समय ट्रक आदि भी बड़ी संख्या में खड़े रहते हैं, लेकिन इनको यह यातायात कर्मी यहां से रवानगी करवाना उचित नहीं समझते हैं।