ये कैसा अभियान : आयुक्त की कार्रवाई को पलीता लगा रहे निगम कर्मचारी
उज्जैन, अग्निपथ। आनंदगंज झिरी के बच्चे को गाय द्वारा उठाकर फेंकने के बाद निगम आयुक्त जाग गये थे और उन्होंने एक्शन लेते हुए सोमवार सुबह से ही निगम अमले को अवैध बाड़ा तोडऩे और मवेशियों को जब्त करने के आदेश दे दिये थे। लेकिन इनके कर्मचारियों ने सुबह पकड़ी गायों को शाम को वहीं पर वापस उतार दिया, जहां से उनको पकड़ा गया था।
सोमवार सुबह निगम अमले ने सबसे पहली कार्रवाई बहादुरगंज स्थित महेश परमार के बाड़े पर की थी। यहां से 14 गायों को जब्त कर ट्राले में भरा और ले गये थे। सूत्रों ने बताया कि शाम को निगम के ही वाहन ने आकर बहादुरगंज में 5 गायों को उतार दिया। ऐसा निगम कर्मियों ने क्यों किया यह सभी जानते हैं। इसी सेटिंग के कारण तो शहर आवारा मवेशियों की समस्या से मुक्त नहीं हो पा रहा है। निगम आयुक्त को इसकी जानकारी निकाल कर ऐसे निगम कर्मियों पर सख्त कार्रवाई करना चाहिये। ताकि अच्छी खासी चल रही कार्रवाई को पलीता ना लग पाये। हालांकि निगम आयुक्त की यह कार्रवाई मंगलवार को भी चली, जहां कई पशु बाड़े ध्वस्त किये गये।
पशुबाड़ों को स्वयं हटाने हेतु पशु पालकों को जारी किये जा रहे नोटिस – निगमायुक्त
निगम आयुक्त आशीष पाठक के निर्देश के क्रम में मंगलवार को भी पशुपालकों पर कार्यवाही करते हुए निगम अमले द्वारा दो पशु बाड़ों को तोडऩे की कार्रवाई की गई। उपायुक्त संजेश गुप्ता द्वारा स्वास्थ्य अमले एवं रिमुवल गेंग के साथ झोन क्रमांक 6 वार्ड क्रमांक 35 नीलगंगा थाने के पास ब्रिज के नीचे, वार्ड क्रमांक 47 सुभाष नगर, वार्ड क्र. 17 एवं 18 अन्तर्गत ढांचा भवन एवं हीरामिल क्षैत्र में संचालित अवैध बाड़ को तोडऩे की कार्यवाही की गई।
इसके साथ ही शहर में सडक़ों पर घुमने वाले पशुओं को पकडऩे हेतु 8-8 घण्टे की शिफ्ट में पशुगेंग को लगाया है जो निरंतर पशुओं को पकडऩे का कार्य कर रही है। मंगलवार को 25 से अधिक पशुओं को पकड़ा जाकर कपिला गौशाला पहुंचाया गया।