अधिनियम अनुसार मृतकों के नाम विद्युत कनेक्शन नहीं चल सकते
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन में हजारों बिजली उपभोक्ता ऐसे हैं, जो कई साल पहले ही मर चुके हैं लेकिन बिजली का बिल आज भी इनके नाम पर आ रहा हैं। यह गड़बड़ी बिजली कंपनी के अफसरों द्वारा रिकार्ड अपडेट नहीं किए जाने के कारण हो रही हैं और शहर में ऐसे उपभोक्ताओं का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है।
उपभोक्ता के मरने के बाद जोन कार्यालय के रिकार्ड में जानकारी अपडेट कराने का है नियम लेकिन पालन कोई नहीं करता।
उल्लेखनीय है कि विद्युत वितरण कम्पनी ने एक बार भी उज्जैन परिक्षेत्र में संबंधित उपभोक्ताओं के बिजली बिल संबंधी जानकारी को लेकर सत्यापन नहीं किया हैं, ना ही उपभोक्ता के खाते व उपभोक्ता के संबंध में जानकारी जुटाने तथा जीवितता को लेकर रिकार्ड खंगालने की जहमत उठाई है। ऐसे में हजारों मृत व्यक्तियों के नाम पर घरों व प्रतिष्ठानों में आज भी बिजली का बिल भेजा जा रहा हैं।
इनमें कई उपभोक्ता तो ऐसे हैं जिनका निधन हुए 5 से 10 वर्ष बीत चुके हैं, ऐसे में बिजली कम्पनी के अधिकारियों की लापरवाही सामने आ रही है। उज्जैन के नए और पुराने शहर में ऐसे हजारों उपभोक्ता हैं। बता दें कि विद्युत अधिनियम के अनुसार मृतकों के नाम विद्युत कनेक्शन नहीं चल सकते। नियमानुसार उपभोक्ताओं की मृत्यु होते ही उनके परिजनों को उपभोक्ता का मृत्यु प्रमाण पत्र और शपथ पत्र बनवाकर विद्युत उपकेंद्र कार्यालय में जमा करने के बाद उसका कनेक्शन अपने नाम स्थानांतरित करा लेना चाहिए, लेकिन आम तौर पर इस नियम का पालन नहीं किया जाता।
परिजन उपभोक्ताओं की मृत्यु होने के बाद भी उनके नाम से आने वाले बिल जमा करते रहते हैं और संबंधित अधिकारियों को इसकी सूचना नहीं देते हैं। विभाग के आला अफसर भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिससे इस गलत काम को लगातार बढ़ावा मिल रहा है।