सख्याराजे प्रसूतिगृह परिसर के नौ स्वास्थ्यकर्मियों ने आवास खाली किये

केवल एक आवास खाली होना बाकी, कलेक्टर ने दो दिन का दिया था अल्टीमेटम

उज्जैन, अग्निपथ। मेडिकल कॉलेज खोलने के लिये अब तेजी से काम होने लगा है। सख्याराजे प्रसूतिगृह को आधे से अधिक जमींदोज किया जा चुका है। अब थोड़ा सा काम शेष बचा हुआ है। यहां पर स्थित स्वास्थ्यकर्मियों के आवासों को भी खाली करवा लिया गया है। केवल एक आवास को खाली करवाना बाकी है। इसके बाद जिला अस्पताल की बिल्डिंग को तोडऩे का काम शुरू कर दिया जायेगा।

मेडिकल कॉलेज खोलने के लिये जिला अस्पताल का चयन किया गया था। यहां की बिल्डिंग को खाली और चरक अस्पताल स्थानांतरित करवाने के बाद तेजी से काम होना शुरू हो गया है। सबसे पहले सख्याराजे प्रसूतिगृह की बिल्डिंग को पोकलेन मशीन से तोडऩे का काम शुरू किया गया। इसको आधे से अधिक जमींदोज किया जा चुका है। केवल यहां पर थोड़ा सा तोडऩे का काम शेष बचा हुआ है। इसके बाद मलबे को समेटा जायेगा। वहीं यहां पर वर्षों से सरकारी आवास में निवास करवाने वाले स्वास्थ्यकर्मियों के आवासों को भी खाली करवा लिया गया है।

कलेक्टर ने दो दिन का दिया था अल्टीमेटम

सख्याराजे प्रसूतिगृह टूटने के दौरान यहां पर निवास करने वाले 10 स्वास्थ्यकर्मियों के निवास को खाली करने का अल्टीमेटम कलेक्टर ने 7 अक्टूबर को दिया था। इसमें दो दिन में आवास खाली करने को कहा गया था। आनन फानन में स्वास्थ्यकर्मियों ने अपने आवास 9 अक्टूबर तक खाली कर लिये हैं। इनमें से केवल स्वास्थ्यकर्मी मेघा पंवार का आवास और खाली होना बाकी है। आवास खाली करने के बाद इनको भी जमींदोज कर दिया जायेगा।

इसके बाद जिला अस्पताल की बारी

जिला अस्पताल को चरक अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है। हालांकि कुछ सामान अब भी जिला अस्पताल से बाहर किया जाना बाकी है। पंखे, बेड, कार्नर टेबल, ट्यूबलाइट आदि खोले जाना बाकी है। सख्यराजे प्रसूतिगृह को तोडऩे के बाद अब जिला अस्पताल को तोडऩे का काम शुरू कर दिया जायेगा।

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