भूअभिलेख शाखा बोल रहा 24 घंटे में 3 इंच, तो वेधशाला के आंकड़े बोल रहे लगभग 2 इंच
उज्जैन, अग्निपथ। शहर की मानसून की विदाई हो गई है। लेकिन मानसून की विदाई के आठ दिन बाद शनिवार-रविवार को 24 घंटे में जोरदार मावठा गिरा। इससे दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई। हालांकि सुबह 5 मिमी तो शाम को 42 मिमी गिरा मावठा। कार्यालय भूअभिलेख शाखा 3 इंच तो वेधशाला के बारिश के आंकड़ा 2 इंच मावठा बता रहे हैं। दोनो के बीच में 1 इंच बारिश का अंतर आ रहा है।
शासकीय जीवाजी वेधशाला के अनुसार रविवार को अधिकतम तापमान 27.5 और न्यूनतम तापमान 23.4 डिग्री रहा। ऐसे में दिन और रात के तापमान में 4.1 डिग्री का अंतर रहा। सुबह से बादल छाए रहने के बावजूद दिन में धूप भी निकली, लेकिन उसका प्रभाव बहुत कम रहा। इससे नमी बढ़ गई। आर्द्रता सुबह 91 और शाम को 95 फीसदी रही। हवा की रफ्तार सुबह 8 और शाम को 4 किलोमीटर प्रति घंटा रिकॉर्ड की गई।
हालांकि सोमवार को मौसम साफ हो गया था। दोपहर में धूप के दीदार भी हुए। वेधशाला अधीक्षक डॉ. आरपी गुप्त का कहना है कि अब धीरे धीरे ठंड का बढऩा शुरू हो जायेगा। हालाकि बचा खुचा सिस्टम अभी बाकी है। इसके कारण बूंदाबांदी की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। शहर और आसपास के क्षेत्रों में अगले दो दिन बादलों की आवाजाही रहने से ठंड में बढ़ोतरी होगी। दिन की तुलना में रात में मौसम में बदलाव महसूस होगा।
दोनों की बारिश में 1 इंच का अंतर
कलेक्टर कार्यालय की भू-अभिलेख शाखा पिछले 24 घंटो के दौरान 14 अक्टूम्बर की प्रात: तक जिले की उज्जैन तहसील में 75 मिमी याने 3 इंच बारिश बता रहा है। वहीं जीवाजीराव वेधशाला के आंकड़े 47 मिमी याने लगभग 2 इंच बारिश बता रहे हैं। ऐसे में दोनों के बारिश मापक यंत्र में क्या भिन्नता है और किस प्रकार से दोनों ही विभाग बारिश का आंकड़ा एकत्रित करते हैं, स्पष्ट करना होगा। अन्यथा यह आंकड़े पूरे प्रदेश के बारिश के आंकड़े को प्रभावित कर सकते हैं।