महाराष्ट्र सीएम के पुत्र का गर्भगृह में प्रवेश मामले में कार्रवाई, सुरक्षा एजेंसी, गर्भगृह-नंदीहॉल निरीक्षक व प्रोटोकाल कर्मचारी को नोटिस
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में गुरुवार शाम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे सांसद श्रीकांत शिंदे व तीन अन्य लोगों ने गर्भगृह में प्रवेश कर पूजन किया था। सभी चारों लोग गर्भगृह में 6 मिनट तक रहे थे। मामले का वीडियो सामने आने के बाद शुक्रवार को मंदिर प्रशासक ने एक कर्मचारी को हटाते हुए सुरक्षा एजेंसी सहित मंदिर के तीन कर्मचारियों को नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब मांगा है।
गुरुवार शाम भगवान महाकाल के श्रृंगार के समय गर्भगृह में दो महिलाओं व दो पुरुषों के प्रवेश करने के फोटो-वीडियो सामने आए थे। गर्भगृह में जाने वाले सांसद श्रीकांत शिंदे, उनकी पत्नी और दो अन्य लोग थे। चारों ने भगवान महाकाल के श्रृंगार के दौरान शिवलिंग के पास बैठकर पूजा की थी। मामला मीडिया की सुर्खियों में आने के बाद मंदिर प्रबंध समिति ने जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ एक्शन लिया है।
मामला सामने आने के बाद शुक्रवार को मंदिर समिति के कर्मचारी विनोद चौकसे को हटा दिया है। चौकसे की मंदिर के सभा मंडप व जलद्वार पर प्रभारी के रूप में ड्यूटी थी। वहीं मंदिर के गर्भगृह और नंदी हॉल निरीक्षक, प्रोटोकाल कर्मचारी और मंदिर में कार्यरत क्रिस्टल कंपनी को नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब मांगा है। जवाब मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इन कर्मचारियों के अलावा भी अन्य किसी की भूमिका सामने आने पर कार्रवाई की जाएगी।
मंदिर के गर्भगृह में किसी भी श्रद्धालु के प्रवेश पर 1 साल से रोक लगी हुई है। सिर्फ पंडे-पुजारियों को ही प्रवेश की अनुमति है। श्रद्धालु शिवलिंग से 50 फीट दूर से दर्शन कर सकते हैं। रोक के बावजूद बीते 4 महीने में यह चौथी बार है, जब किसी वीआईपी ने मंदिर के गर्भगृह में जाकर नियम तोड़े हैं।