मुंह के कैंसर के चलते 15 दिन से अस्पताल में भर्ती था, देर रात हथकड़ी खोलकर हुआ फरार
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन की भैरवगढ़ जेल में बंद एक कैदी को तबीयत खराब होने पर पिछले दिनों इंदौर के संयोगितागंज थाना क्षेत्र स्थित सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शुक्रवार को मौका मिलते ही कैदी फरार हो गया। मामले में पुलिस आरोपी को तलाश कर रही है।
संयोगितागंज थाना टीआई सतीश पटेल के मुताबिक इरफान लाला पिता सरवन खान (31) निवासी खुदीराम बोस मार्ग उज्जैन भादंवि की धारा 262 के तहत उज्जैन जेल में बंद है। अपहरण के आरोपी इरफान लाला को तबीयत खराब होने पर 4 अक्टूबर को सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
तब से वह अस्पताल में ही वार्ड 201 में भर्ती था। शुक्रवार रात मौका पाकर वह हथकड़ी निकालकर पुलिस अभिरक्षा से भाग निकला। मामले में पुलिस में दो टीमें लगाकर आरोपी की सरगर्मी से तलाश कर रही है। आरोपी को मुंह के कैंसर की बीमारी थी। इलाज के लिए उसे भर्ती किया गया था।
गर्दन पर चाकू रख गैरेज संचालक का किया था अपहरण
उज्जैन के ग्रीन पार्क कालोनी में रहने वाला आमिर पिता हैदर अली (39) घर से ही गैरेज और ऑटो डील का संचालन करता था। 11 नवम्बर की रात 11.30 बजे वह कालोनी में रहने वाले अरशद खान और ताहिर खत्री के साथ घर के बाहर बैठा था। उसी दौरान ऑटो से पांच बदमाश आए और गर्दन पर चाकू रख ऑटो में बैठने के लिए कहा। आमिर को उसके साथियों ने बचाने का प्रयास किया।
इस पर बदमाश हथियार दिखाकर धमकाते हुए आमिर को अपने साथ ले गए। परिवार ने डायल-100 पर सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया। परिवार भी कुछ बता नहीं पा रहा था। पुलिस मामले की जांच में लगी थी, इस बीच गैरेज संचालक नीलगंगा थाने पहुंच गया। उसने चाकू दिखाकर अपहरण करने वाले इरफान लाला, अजहर, कल्लन, शादाब और जुनैद के खिलाफ पांच लाख की फिरौती मांगने और मारपीट कर जान से मारने की धमकी देने की शिकायत दर्ज कराई। अपहरण करने वाले लोहे का पुल क्षेत्र के रहने वाले थे। गैरेज संचालक डर के चलते भोपाल चला गया था। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।